World Literacy Day Program By Brahma Kumaris Morena

Morena( Madhya Pradesh): The Brahma Kumaris of Morena,  held a program to mark World Literacy Day. After a welcome dance, BK Rekha gave the inaugural speech.  She said that literacy is extremely important and that learning has no age limit.

Dr. R. C. Bandil, Former CMHO, said that the UNESCO started World Literacy Day and after a survey found literate people to make only 66 percent of the population and literacy rates amongst women to be extremely low. This was done to inspire governments to make policies for literacy.

Dr. D. K. Sharma, Higher Education Officer,  said that people usually avoid higher education for their daughters thinking they will eventually get married and go away. The government has tried to encourage Higher education in girls by giving bicycles and scholarships.

The message of female literacy was shown through a drama.  Women who have learnt to read and write at the center were also felicitated on this occasion.

Bheem Singh Tomar gave the Vote of Thanks.  BK Ritika coordinated this program.  BK Rekha presented the guests with saplings.

News in Hindi: 

साक्षरता दिवस के उपलक्ष में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केंद्र पर आयोजित किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया सर्वप्रथम मेहमानों को चंदन टीका एवं बेच लगाया गया तथा पुष्प हारों से स्वागत किया तत्पश्चात स्वागत डांस भी किया गया संबोधन की श्रंखला में सर्वप्रथम राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रेखा बहन जी ने बताया कि साक्षर होना कितना जरूरी है तथा साक्षरता के लिए उम्र नहीं होती यहां पर भी कुछ बहनों ने पढ़ना लिखना सीखा और आवाहन किया यदि कोई निरक्षर व्यक्ति एक घंटा रोजाना यहां पर आकर के पढ़ाई करें तो वह साक्षर बन जाएगा डॉक्टर आर.सी.बंदिल पूर्व सी.एम.एच.ओ.ने साक्षरता दिवस क्यों मनाया जाता है इस पर प्रकाश डाला की Unisko द्वारा एक सर्वे किया गया था विश्व मे 66% साक्षर था जिसमे की महिलाओं की निरक्षरता की संख्या बहुत ज्यादा पाई गई थी इस आंकड़े को देखकर साक्षरता मिशन चालू किया गया इससे संबंधित बहुत सारी योजनाएं सरकारों ने विकसित की।

शिक्षा का है सूरज निकला नामक गीत पर डांस प्रस्तुत किया गया प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी श्री डी.के. शर्मा ने अपने वक्तव्य में स्पष्ट कहा कि शिक्षा बचपन से शुरू होती है और किशोरावस्था तक अपने ही घर में चलती है प्राइमरी स्कूल पास करने के बाद लोग बालिकाओं को अपने घर बैठा लेते हैं सोचते हैं पराया धन है इसलिए शिक्षा काफी है लेकिन सरकार ने साइकिल देने का प्रलोभन देकर  शिक्षा आगे बड़ाई  एवं नवी क्लास में पुनः एक नई साइकिल दी इंटर के बाद वजीफा भी दिया गया इस प्रकार से शासन द्वारा प्रौढ़ शिक्षा पर भी बहुत जोर दिया एक लघु नाटिका द्वारा यह संदेश जनता एम दिया गया कि घर की बहू साक्षर नहीं है तो परिवार के स्थिति बहुत दयनीय रहती है अंत में और महिलाओं को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने इस केंद्र पर रहकर पढ़ना और लिखना शुरू किया एक बहन ने यहां  बोला कि ज्ञान में रहते हुए भगवान ने मुझे सुबह 3:00 बजे पढ़ना लिखना सिखाया कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन श्री भीम सिंह तोमर द्वारा किया गया अंत में ब्रम्हाकुमारी रेखा बहन जी द्वारा द्वारा प्रौढ़   शिक्षा अधिकारी डीके शर्मा जी को सौगात के रूप में एक पौधा भेंट किया कार्यकर्म का सफल संचालन बी. के. रीतिका बहन के द्वारा किया गया कार्यक्रम का अंत  प्रसादी देकर समापन किया गया

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