World Environment Day Program by Jalore Brahma Kumaris

Jalore ( Rajasthan ): The Brahma Kumaris service center of Jalore in Rajasthan observed World Environment Day.  The Chief Guest of this function was Mr. Amit Chauhan, Assistant District Forest Officer.  Special Guest was Mr. Puroshottam Komal, Retired Senior Accounts Officer.  Dr. Yogendra, Eye Specialist; Adinath from Global Eye Hospital; BK Ranju, Head of Jalore center of Brahma Kumaris; and BK Dr. Krishna, Psycho Physio Rajyoga Therapy, were also present on this occasion.  After a beautiful candle lighting ceremony,  different varieties of plants were planted in earthen pots by the guests.

Mr. Amit Chauhan, Assistant District Forest Officer, said that the environment has benefited greatly from reduced human activity amidst lockdown due to the coronavirus pandemic.  He urged everyone to plant at least one tree for the purification of the environment.  Also stopping the use of plastic is the need of the hour.

BK Sumanth, Head Quarters Coordinator of the Agriculture and Rural Development Wing, Chief Speaker from Mount Abu, apprised the audience about the Sustainable Yogic Farming practices being promoted by the Brahma Kumaris, large-scale tree planting done by the Organization under its Cleanliness Campaign, and Solar Power generated on a large scale.  He talked about the link between internal and external environment.  If our thoughts are pure, our environment will also become pure. He urged everyone to plant Yogic Home Gardens and eat home-grown fruits and vegetables.

BK Ranju guided everyone in experiencing Rajayoga Meditation and thanked them for joining the program.

News in Hindi:

अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस पर ब्रह्माकमारी राजयोगकेंद्र पर प्रातः7:30से8.30तक  कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान अमित चौहान सहायक जिला वन अधिकारी एवं विशेष अतिथि श्री पुरुषोत्तम कोमल रिटायर्ड सीनियर अकाउंट ऑफिसर, डॉक्टर योगेंद्र नेत्र रोग विशेषज्ञ श्री आदिनाथ  अपने ग्लोबल आई हॉस्पिटल एवं राज्यों केंद्र जालौर की मुख्य संचालिका राजयोगिनी बीके रंजू दीदी जी बी के डॉक्टर कृष्णा साइको फिजियो राजयोग थैराफी के सानिध्य में आयोजित हुआ। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर तुलसी मोगरा पत्थरचट्टा आदि पौधों का गमलों में रोपे गए। श्री अमित चौहान सहायक जिला वन अधिकारी द्वारा यह बताया गया कि पिछले दो-तीन माह के लुक डाउन अवधि में गंगा नदी भी साफ हो गई समुद्र के किनारे डॉल्फिन मछलियां विचरण करते नजर आए। क्योंकि डॉल्फिन मछलियां साफ पानी में रहती है। आज घर बैठकर पर्यावरण शुद्धि हेतु घर में एक पौधा लगाने का संकल्प करें। उन्होंने दूसरा संकल्प लेने का भी आग्रह किया, की प्लास्टिक थैलियों का कम से कम उपयोग करें। क्योंकि प्लास्टिक थैली सडती वा गलती नहीं है।
अपने संबोधन में कहा कि आज विश्व वन्य प्राणी जनगणना दिवस है।

माउंट आबू से मुख्य वक्ता के रूप में राजयोगी ब्रह्माकुमार सुमंत भाई ने अपने  उद्बोधन में कहा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय विश्व पर्यावरण सुरक्षा के कार्यक्रम में शाश्वत योगिक खेती द्वारा स्वच्छता अभियान द्वारा पौधारोपण एवं सोलर पावर प्लांट उपयोग करके जन-जन को जागरूक कर रहे है। मानव के चारों तरफ पांच तत्व की प्रकृति आकाश जल अग्नि वायु और पृथ्वी को शुद्ध व स्वच्छ बनाने में अपना योगदान देना चाहिए। हमारे विचार व संकल्प शुद्ध होंगे तो प्रकृति के तत्व भी शुद्ध हो जाएंगे अपने संकल्प भी शुद्ध करना चाहिए । आज के दिन सभी जन अपने अपने घरों में गृह वाटिका का पौधा हाथ में लेकर सब्जियों का पौधा लगाकर शुद्ध सब्जियों का उपयोग करें। राजयोगी ब्रह्माकुमार शशिकांत भाई जी भी सामान्य अपने उद्बोधन दिए।सम्मानीय अतिथि श्री पुरुषोत्तम पोमल ने कहां कि पूरे विश्व में पर्यावरण शुद्धि हेतु संदेश देने के लिए आज अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। पिछले दो-तीन महीनों में हम लोगों ने घर पर रहकर जो जीवन जिया इससे हमने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखने के कायदे भी अनुभव से सीखे। ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा अध्यात्मिक क्षेत्र में विश्व कल्याण हेतु अनेक कार्यक्रम किए जाते हैं ।अपने जीवन मूल्य आधारित होना चाहिए उन्होंने कहा साहित्य रचना करना भी पर्यावरण को स्वच्छ रखने में बड़ा योगदान है। राजयोग केंद्र जालौर के मुख्य संचालिका रंजू दीदी ने सभी अतिथियों का अभिनंदन करते हुए कहा हम सब स्वच्छ रहना चाहते हैं तो अपने आसपास पर्यावरण को भी शुद्ध रखें। प्रकृति के साथ मानव जाति अपनी आवश्यकता का संतुलन बनाए रखें। प्रकृति का अति दोहन नहीं किया जाए। मानव मन में विकृति आने से पर्यावरण पर दुश प्रभाव पड़ता है। हम जितना सकारात्मक सोच रखेंगे तो स्वयं पर और प्रकृति पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। मनवाणी कर्म से पवित्रता अपनाएं एवं अपनी बुद्धि को एक परमात्मा में लगाएं जिससे हमारे जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन आएगा। अंत में रंजू दीदी ने मेडिटेशन करा कर सभी अतिथियों और ओवनर में जुड़े भाई बहनों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में बीएल सुथार साहब, उगम भाई, ललित भाई, अश्विन भाई, जीनस भाई, बीके एकता, बीके  सरोज, भूमि कुमारी, आशा माता, सोशल डिस्टेंस को मेंटेन करते हुए उपस्थित रहे। अंत में सभी ने प्रभुु प्रसाद स्वीकार किए।

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