Stream of spiritual poetry by poets at Shiv Anubhuti Bhavan

Mursan ( Uttar Pradesh ):  At Brahma Kumaris “Shiv Anubhuti Bhavan,” a stream of spiritual poetry flowed among the poetsBK Bhavna presiding over the program said that the main objective of this spiritual poetry program was to awaken kindness and compassion in every mind.

Writer and poet Dr. Pavitra Sharma, who came from Dholpur, recited poetry. Ashu poet Anil Bauhre presented his poetic composition “We are all children of one father, bring the spirit of unity and awaken kindness and compassion” and presented many poetic compositions through three words.

Poet Shyam Babu Chintan, Poet Jayprakash Pachauri from Sadabad, Poet Chand Hussain, Poetess Manju Sharma from Sadabad, Rambabu Pippal from Sadabad, and Poet Noor Mohammad Noor from Sadabad presented their compositions.

State Bank of India Mursan branch manager Shambhu Dayal presented a beautiful song in the glory of Shiva and kept everyone in the remembrance of God. Poet Roshanlal Verma also presented his poetic composition “Brishbhan Ki Harshai Chali” towards Lord Krishna.

In the end, all the poets were honored with divine gifts. BK Babita expressed her best wishes to all the guests present in the program.

On this occasion, former chairman Kiran Sharma, President Nagar Panchayat Girraj Kishore Sharma, BK Pooja, Rambabu Baghel, Veerpal Singh, Jamil Khan, Girish Sharma, Dharamveer, Suraj Bhai, Saurabh Chaudhary, et al. were present.

News In Hindi:

ब्रह्माकुमारीज़ ” शिव अनुभूति भवन” मुरसान में आज  कवियों के मध्य आध्यात्मिक काव्य सरिता की धारा बही।
दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभु स्मृति का गीत “प्रेम से बस दो घड़ी प्रभु को याद कीजिए” के साथ हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी भावना बहिनजी ने कहा इस आध्यात्मिक काव्य सरिता का मुख्य उद्देश्य ब्रह्माकुमारीज़ संस्था का इस वर्ष का थीम दया और करुणा को इस काव्य सरिता की बहार से हर मन में दया और करुणा को जगाना है। धर्म ही धारणा है, और धारणा ही धर्म है। ईश्वरीय ज्ञान की बातों को आत्मसात करना ही सच्चा धर्म है। “आओ सजा ले आज को कल का पता नही, कल की तो बात छोड़िये पल का पता नही” सुंदर गीत सुनाकर काव्य सरिता की धारा बहायी।
धौलपुर से आये लेखक व कवि डॉ पवित्र शर्मा जी ने “परमेश्वर रह कर मौन सभी पर करुणा दया बरसाया करता” प्रस्तुत कर ब्रह्माकुमारीज़ का इस वर्ष का थीम के ऊपर काव्य पाठ किया।
आशु कवि अनिल बौहरे जी ने कहा अपने काव्य रचना हम सब एक पिता की संतान है एकता की भावना लाइये और दया करुणा को जगाइये” प्रस्तुत की और तीन शब्दो के माध्यम से अनेको काव्य रचना प्रस्तुत की।
कवि श्याम बाबू चिंतन जी ने “आध्यात्म सरिता बहे ओम शांति धाम, सभी प्रेम से बोलिए राधे राधे श्याम” अपनी सुंदर रचना प्रस्तुत की।
सादाबाद से कवि  जयप्रकाश पचौरी जी ने अपनी  सुंदर कविता “नित नित नई घटना हो रही गांधी के देश मे अमन होना चाहिए” प्रस्तुत की।
कवि चांद हुसैन  जी माँ शारदे के चरणों मे नमन करते हुए अपनी रचना  “बाद मेरे घर आयी मरने के बाद” प्रस्तुत की।
सादाबाद से कवियित्री बहन मंजू शर्मा जी ने अपनी रचना “एक दिन दिल मेरा पूछने लगा, प्रेम मिलता कहा ये मुझको बताइए”  प्रस्तुत की ।
सादाबाद से रामबाबू पिप्पल जी ने “अंगीकार कीजिए वसुधैव कुटुम्बकम, स्वीकार कीजिए सत्यम शिवम सुंदर” अपनी रचना प्रस्तुत की।
भारतीय स्टेट बैंक मुरसान के शाखा प्रबंधक भ्राता शम्भू दयाल जी शिव की महिमा में एक सुंदर गीत “परमपिता शिव परमात्मा तेरी महिमा अपरंपार” प्रस्तुत कर सभी को ईश्वर की याद में टिका दिया। कवि रोशनलाल वर्मा जी ने भी अपनी काव्य रचना भगवान कृष्ण के प्रति “बृषभान की हर्षाइ चली ” प्रस्तुत की। सादाबाद से कवि नूर मोहम्मद नूर जी अपनी रचना “थोड़ा सा प्यार देंगे थोड़ा सा प्यार लेंगे, थोड़ी सी जिंदगानी है हस के गुजार लेंगे” प्रस्तुत की।
अंत में सभी कवियों को सम्मान के साथ ईश्वरीय उपहार देकर सम्मानित किया
इस अवसर पर स्थानीय प्रभारी बी. के. बबिता बहिन ने कार्यक्रम में आये सभी मेहमानों के प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।
इस अवसर पर पूर्व चैयरमैन बहन किरन शर्मा, अध्यक्ष नगर पंचायत गिर्राज किशोर शर्मा जी, बी. के. पूजा बहिन,  रामबाबू बघेल, वीरपाल सिंह, जमील खान, गिरीश शर्मा, धर्मवीर, सूरज भाई, सौरभ चौधरी, आदि अनेक भाई बहिन उपस्थित रहे।

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