Seven-day Geeta discourse in the district jail premises

Rajgarh ( Madhya Pradesh ): BK Surekha said while speaking on the last day of a seven-day Gita discourse held in the District Jail premises, while teaching the inmates the art of being stress-free “We must be wise like Arjuna and face the challenges with a stable mind and always remember that only our deeds will go with us and nothing else.” At present, God is teaching all of us Raja Yoga and showing an easy way to solve the questions of the inner mind. God says that if one leaves all the religions of the body along with the body and come to his shelter, then He will absolve your sins. After the discourse, all the inmates sacrificed their evils, shortcomings, and addictions in the bon fire.

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जिला जेल परिसर में चल रहे सप्त दिवसीय गीता प्रवचन का समापन

हमारे कर्म ही हमारे साथ जाएंगे और कुछ नहीं- ब्रम्हाकुमारी सुरेखा दीदी

जिला जेल परिसर में चल रहे सप्त दिवसीय गीता प्रवचन के अंतिम दिन प्रवचन करता ब्रम्हाकुमारी सुरेखा दीदी ने बंदी भाइयों एवं बहनों को तनावमुक्त रहने की कला सिखाते हुए कहां की हमें अर्जुन की तरह स्थिर बुद्धि होकर संसार के इस खेल में आई चुनौतियों का विवेकशील होकर सामना करना है और विजय प्राप्त करनी है। वर्तमान समय परमात्मा हम सभी को राजयोग की शिक्षा देकर आंतरिक मन के प्रश्नों को हल करने की सहज विधि बता रहे हैं निराकार परमात्मा ने श्रीमद्भगवद्गीता में बताया- सर्व धर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वा सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः।। अर्थात भगवान कहते हैं कि देह सहीत देह के सभी धर्मो को छोड़ मेरी शरण में आ जाओ तो मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दूंगा। जीवन को सदा खुश और आनंद से भरपूर करने के लिए हमें देवी संपदा यथा प्रेम, सुख, शांति को अपना ओर आसुरी संपदा यथा काम, क्रोध, मोह, लोभ, अहंकार सहित समस्त व्यसनों की लत से मुक्त रहने की प्रतिज्ञा करवाई । कथा के पचश्चात सभी बंदी भाइयों एवं बहनों ने हवन कुंड में अपनी बुराइयों और व्यसनो की आहुति दी। एवं प्रवचन के समापन में महाआरती कर प्रसादी वितरण की गई ।

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