Mandla ( Madhya Pradesh ): Under the aegis of Mandla, Agriculture and Village Development Wing of Brahma Kumaris is carrying out, “Self reliant farmer campaign”(Atmanirbhar Kisan Abhiyan) which is being carried out by going from village to village.
In this campaign B K Omlata, B K Neelam, BK Shivkumari, BK Jyoti, BK Alpana, BK Archana, BK Aarti, BK Purushottam, BK Sanjay, BK Arvind, BK Prakash, BK Prince and many others took part as campaign travelers.
To make the farmers self-reliant, a vehicle was decorated and taken to the village. There was an exhibition on organic farming, sustainable yogic farming, which was explained to the farmers.
Everyone including farmers and villagers are asked to pledge to give up addictions like alcohol, cigarettes, tobacco .
This campaign is being carried out daily, in which so far programs have been organized in villages like Pondi Linga, Mohgaon, Chabi, Bakori, Katra, Bineka, Binjhiya and the villages of Narayanganj. Programs were also organized in the villages of Maili, Khairi, Patehra, Deori, Chamarwah, Kumha, Kikaria, Kudamali, Bamhani (Bhawal), Barbaspur, Sikosi, Bhanpur, Ratanpur Chowki, Bablia, Jujhari etc.
News in Hindi:
आज़ादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर” प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, मण्डला के तत्वाधान में ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के “कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग” के द्वारा गांव गांव जाकर “आत्मनिर्भर किसान अभियान” निकाला जा रहा है। यह कार्यक्रम मण्डला क्षैत्रिय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी के अध्यक्षता में किये जा रहे हैं।
ब्रह्माकुमारी ममता दीदी ने इस अभियान को ले जाने वाले अभियान यात्री को तिलक लगाकर और मुख मुठा कर शुभभावना के साथ आगे बढ़ाया।
इस अभियान में ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी, इस अभियान को सफल बनाने पुणे से आई हुई ब्रह्माकुमारी नीलम दीदी जी, ब्रह्माकुमारी शिवकुमारी बहन, बीके ज्योति ,बीके अल्पना,बीके अर्चना, बीके आरती, बीके पुरुषोत्तम, बीके संजय, बीके अरविंद, बीके प्रकाश, बीके प्रिंस एवं ब्रह्माकुमार भाई बहने अभियान यात्री के रूप में रहते हैं।
इस अभियान में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक गाड़ी को अभियान के तहत सजाकर गांव ले जाया जाता है। इसमें जैविक खेती, शाश्वत योगिक खेती की प्रदर्शनी भी रहती है, जिसे विशेष तौर किसान भाई बहनों को इस प्रदर्शनी के माध्यम से समझाया जाता है।
सभी को जैविक खेती के साथ साथ शाश्वत यौगिक खेती के बारे में बताया जाता है।
कार्यक्रम की शुरुआत में सर्वप्रथम इस कार्यक्रम के लक्ष्य एवं उद्देश्य सभी को बताया जाता है कि किसान आत्मनिर्भर बन सकें साथ साथ रासायनिक खेती के दुष्प्रभावों से आजाद हो सकें। इसके बाद जैविक खेती और शाश्वत यौगिक खेती की जानकारी दी जाती है, और बताया जाता है कि परमपिता परमात्मा से प्राप्त शक्तियों का खेती पर प्रयोग करते हुए इस विधि से खेती करने को ही शाश्वत यौगिक खेती कहते हैं।
सभी को शराब, सिगरेट, तंबाकू आदि व्यसनों को छोडने की प्रतिज्ञा दिलाई जाती है। जिससे किसान अपने परिवार, समाज और देश को सशक्त बना सके, और आत्मनिर्भर बन सकें।
यह अभियान प्रतिदिन निकाला जा रहा है, जिसमें अभी तक पोंडी लिंगा, मोहगांव, चाबी, बकोरी, कटरा, बिनेका, बिंझिया आदि गांव में जाकर कार्यक्रम किये गए है। जिस गांव में कार्यक्रम हुए उस गांव के सरपंच, सचिव उपस्थित रहे। अब नारायणगंज के गांवों में जाकर कार्यक्रम किये जा रहे हैं। जहां मैली, खैरी, पटेहरा, देवरी, चमरवाह, कुम्हा, किकरिया, कुडामैली, बम्हनी(भावल), बरबसपुर, सिकोसी, भानपुर, रतनपुर चौकी, बबलिया, जुझारी आदि गांव में कार्यक्रम किया गया। इस ईश्वरीय कार्य मे भ्राता रघुनन्दन विश्वकर्मा जी ने पूरा सहयोग प्रदान किया।
आगे भी प्रतिदिन गांव गांव जाकर कार्यक्रम किये जायेंगे। प्रत्येक गांव के किसान भाई बहनों ने इस अभियान की बहुत प्रशंसा की, और जैविक खेती और शाश्वत यौगिक खेती करने के लिए तैयार भी हुए । आगे भी और कार्यक्रम करने लिए कहा।