Rajayoga Thought Lab as Alternate Subject in University Education

Gurugram ( Haryana): Rajayoga Thought Lab will now be made available as an alternate subject to the students of Northcamp University, Gurugram.  This subject will be available under the title ‘Innovative Thinking and Positivity’ to the students of various streams. Understanding the importance of Spirituality in comparison to other subjects, the University has offered this as a Main Course to its students. The marks obtained in Yoga and Spirituality will be counted in the Final Grade CGPA of the students.  The Palam Vihar Branch of Brahma Kumaris is offering this course in the University.  Dedicated members of the Brahma Kumaris, committed to the path of Spirituality, will be teaching the students.

It has been observed that with the entry of the Rajayoga Thought Lab on the University campus,  a new wave of peace has descended on its staff and students.  Many students who were battling with insomnia and sleep disorders have learned the art of taking themselves into a deep and restful sleep. Many others shared experiences of getting rid of negative thoughts and developing a positive personality.  Regular practice of Rajayoga has empowered them to change their own undesirable personality traits. They feel more loving, cooperative,  hopeful and light. Their attitudes and work ethic have changed.  They have become more conscious towards themselves,  their parents,  teachers and the environment.  Students are learning the art of living a happy life by focusing on their thoughts.

Forty-six (46) students opted for this subject in the July – December 2020 semester.  Sixty-one (61) students from the Computer Science department also opted for this subject.  From January 2021, another batch of 61 students from different branches is studying this subject.

The Palam Vihar Branch of Brahma Kumaris has proposed making Rajayoga Thought Labs at other Universities as well. The Cordia Group of Institutes Ludhiana and Chandigarh has already signed a Memorandum of Understanding (MOU) and completed the initial 15-week course. Talks have started with Lovely Professional University, also, and a positive outcome is expected soon.

News in Hindi:

राजयोगा थॉट लैब एक वैकल्पिक विषय के रूप से नार्थकैप यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम के छात्रों के पाठ्यक्रम में पेश किया गया है। यह कोर्स यूनिवर्सिटी के विभिन्न शाखाओं के छात्रों के लिए ‘इनोवेटिव थिंकिंग एंड पाजिटिविटी’ के नाम से प्रस्तुत किया गया है। यूनिवर्सिटी द्वारा प्रदान किये गए अन्य कोर्सेज, जैसे फिजिक्स, मैथेमेटिक्स, इंग्लिश इत्यादि के मुआफ़िक अब आध्यात्मिकता को भी आवश्यक मान्यता प्रदान करते हुए यूनिवर्सिटी ने इससे एक मुख्य कोर्स की तरह सभी छात्रों के सन्मुख रखा है। छात्र इस आध्यात्मिकता और योग के विषय को अधिक से अधिक रूचि लेकर पढ़े एवं स्वयं इसके महत्व को जानते हुए यूनिवर्सिटी ने यह फैसला किया है कि इस विषय में प्राप्त अंकों को छात्रों के कुल मार्क्स में जोड़ा जाएगा, जिससे आगे चल कर उनकी सीजीपीए (फाइनल ग्रेड) बनेगा।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्‍वरीय विश्‍व विद्यालय की पालम विहार शाखा द्वारा इस कोर्स को यूनिवर्सिटी में प्रस्तुत किया गया है। पालम विहार शाखा के नियमित एवं अनुभवी ब्राह्मणों द्वारा, जो कि लौकिक में भी विशेष अध्यापकों की भूमिका निभाते है, ऐसे अनन्य रत्नो द्वारा ही यूनिवर्सिटी के छात्रों की सेवा हो रही है। राजयोगा थॉट लैब से संबंधित अधिक जानकारी के लिए एज्यूकेशन विंग, शांतिवन की सुप्रिया बहन (7597545115) तथा जयपुर के मुकेश भाई (9214044474) से भी संपर्क कर सकते हैं।
 
यह बताते हुए बहुत ही गर्व एवं ख़ुशी होती है कि राजयोगा थॉट लैब के यूनिवर्सिटी में कदम पड़ते ही, छात्रों एवं शिक्षिकाओं के मन पर एक गहरी शान्ति की छाप पड़ी है। बहुत से बच्चे जो रात में नींद ना आने के कारण से परेशान रहते थे, उन्होंने रात को सोने से पहले अपने मन को शांत करने की कला ग्रहण की और स्वयं को स्वयं ही एक आरामदायक नींद की ओर कैसे ले जाते है, यह भी सीखा। बहुत से बच्चों ने बताया कि वह अपने आपको नकारात्मक विचारधारा से बाहर निकाल, अपना एक सकारात्मक व्यक्तित्व बना पाए हैं। वह अपने जीवन, परिवार, मित्रों एवं आजीविका कमाने की तरफ भी बहुत आशावादी हो गए हैं। छात्र जो तेरे-मेरे, ईर्ष्या-द्वेष, वेद-हसद की भावनाओं से ग्रसित थे, कुछ ही दिनों में अपने विचारों की जागृति से एवं राजयोग के नित प्रयोग से स्वयं को स्वयं ही बदलने में सक्षम रहे हैं। अनेक अनुभव यह बताते हैं कि अब वह एक आज़ाद पंछी के मुआफ़िक हल्का एवं खुश महसूस करते हैं और आपस में प्रेम, सद्भाव और सहयोग के साथ रहना बहुत सहज अनुभव करते हैं। अनेक छात्रों ने पढाई में राजयोग की कमाल का अनुभव किया, जिससे उन्हें अविचलित एकाग्रता प्राप्त हुई और कम समय में अधिक प्राप्ति महसूस हुई। तनाव और चिंता से विचलित छात्रों को जीवन में एक नई रोशनी की किरण नज़र आई और वह स्वयं ही स्वयं के भाग्य को सुधारने की दौड़ में चल पड़े हैं। ऊंच विचार उत्पन्न करने की कला सीखने से बच्चों के नज़रिए और कार्य व्यवहार में बहुत परिवर्तन आया है। अब बच्चे अपनी यूनिवर्सिटी के प्रति, माँ-बाप के प्रति, स्वयं के प्रति एवं प्रकृति के प्रति बहुत जागरूक हो गए हैं जिससे उनके व्यवहार में कुशलता, संबंधों में मधुरता और कार्य में दक्षता दिखाई देती है। इस प्रकार वे अपने हर विचार पर ध्यान देकर जीवन को सुखद बनाने की कला को जान गए हैं।
 
जुलाई – दिसम्बर 2020 के सेमेस्टर में 46 छात्रों ने इनोवेटिव थिंकिंग एंड पाजिटिविटी के कोर्स को चुना। कोविड-19 की वैश्विक महामारी के रहते यह सेमेस्टर बच्चों को ऑनलाइन ही पढ़ाया गया, जो कि अभी सम्पूर्ण रूप से सफल हो चुका है। कोर्स के महत्व को मद्देनजर रखते हुए कंप्यूटर साइंस की शाखा के 61 छात्रों ने इस कोर्स को सेलेक्ट किया। साथ ही अन्य शाखाओं के कुल मिलाकर और 61 छात्रों का एक और बैच तैयार हो गया। इन छात्रों के लिए जनवरी- जुलाई के सेमेस्टर की पढाई 19 जनवरी, 2021  से सफलतापूर्वक आरम्भ हो चुकी है।
 
इसके अलावा, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्‍वरीय विश्‍व विद्यालय की पालम विहार शाखा द्वारा इस कोर्स का प्रस्ताव अन्य और भी यूनिवर्सिटीज के आगे रखा गया है जिसमें पहली है कोरडिया ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूट्स लुधियाना, चंडीगढ़। एम.ओ.यू. के सफलतापूर्वक हस्तअक्षरों की प्रक्रिया के पश्चात, यूनिवर्सिटी में शुरुआत का कोर्स, जो कि 15 हफ्तों का रहता है, सम्पूर्ण हो चुका है। साथ ही साथ लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में इस कोर्स को प्रारम्भ करने की बातचीत चल रही है जिसमें बहुत ही जल्द सकारात्मक परिणाम आने की आशा है।

Subscribe Newsletter