Mehsana Brahma Kumaris Observe Farmers Day As ‘Farmers Felicitation Day’.

Mehsana( Gujarat ): The Brahma Kumaris of Mehsana celebrated National Farmers Day as ‘Farmers Felicitation Day’. At a function held at the Godly Palace,  inauguration was done with a candle lighting ceremony in the presence of 250 farmers from Mehsana district.

F. K. Mod, Joint Rebellion Regulator,  while speaking on this occasion said that we are loosing sensitivity towards farming. It is a divine vocation.  It is a matter of cooperation.

BK Jignesh Prajapati, Chief Speaker and Training Officer of Cordet IFFCO, Kalol, said that the farmer works to increase the prestige of the Nation. We must pledge today not to burn the stubble,  but use alternative means of its disposal.  He urged farmers to practice sustainable Yogic Farming.

BK Sarla, Chairperson of Agriculture and Rural Development Wing of Brahma Kumaris, said that we should ask ourselves how much we have empowered ourselves with good values? We cannot be empowered ourselves unless we bring a positive transformation in our inner tendencies.  We should get rid of addictions and do farming in the remembrance of God.

L. K. Patel, Assistant Director of Farmers Training Center in Mehsana, J. V. Upadhyay,  Joint Farming Regulator,  Kanji Desai, Former Sub Head of Nagar Palika Mehsana, also expressed their good wishes.

BK Kusum, Senior Rajyoga Teacher  gave welcome speech.  Welcome dance performance was given by Baby Gapi. BK Neeta held a Rajyoga session and also coordinated the stage.

News in Hindi:

आज़ादी के अमृत महोत्सव अन्तर्गत 23 दिसम्बर – राष्ट्रीय किसान दिवस को ब्रह्माकुमारीज़, महेसाना द्वारा “किसान सम्मान दिवस” के रूप में मनाया गया।

“खेती एक दिव्य व्यवसाय है। एक दूसरे को सहयोग देते हुए सहयोगी खेती करेंगे तो किसानों का सर्वांगीण विकास होगा”-       एफ.के. मोढ़, संयुक्त बागायत नियामक, महेसाना

ब्रह्माकुमारीज़, महेसाणा के गॉडली पेलेस में कार्यक्रम का दीप प्रजवलित कर उद्घाटन किया गया। उद्घाटक एफ. के. मोढ़, संयुक्त बागायत नियामक, महेसाणा ने कहा कि “कोई भी कार्य योग अर्थात् सर्व के सहयोग के बिना पूर्ण नहीं होता है। खेती के प्रति संवेदशीलता हम गँवाते जा रहे है। जिससे जिस खेती को उत्तम कहा जाता था उसको हम आज कनिष्ट कहने लगे है। वास्तव में खेती एक दिव्य व्यवसाय है। इस दिव्य व्यवसाय में किसी के प्रति विरोध भाव न रखते हुए एक दूसरे को सहयोग देते हुए हम खेती करें। क्योंकि खेती एक सहयोग का विषय है।”  ऐसे उन्होंने सहयोगी खेती करने पर जोर दिया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, cordet IFFCO, कलोल के प्रशिक्षण अधिकारी, ब्र.कु. जिग्नेशभाई प्रजापति ने कहा कि “किसान देश की शान बढ़ाने का काम करता है। श्रेष्ठ संकल्पों द्वारा हमारी धरती माता को हम चार्ज करें। बीज से लेकर फसल तैयार होने तक उसकी पालना हमारी धरती माता ही करती है। फिर भी हम खेत से निकले किचडे को खेत में ही जलाकर हमारी धरती माँ को बीमार कर देते है। आज के इस शुभ दिवस पर हम संकल्प करें कि खेत में से निकले हुए किचडे को जलायेंगे नहीं लेकिन उसका अन्य विधि से निकाल करेंगे। एक-एक बीज को शुभ संकल्प, शुभ प्रकंपन देकर धरती माँ की गोद में डालेंगे तो हमारी खेती बहुत अच्छी होगी।” उन्होंने किसानों से जैविक-यौगिक खेती का महत्व समझाते हुए यह खेती करने के लिए अनुरोध किया।

आशीर्वचन देते हुए ब्रह्माकुमारीज़ के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के अध्यक्षा आदरणीया राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरला बहन ने बताया कि “हम अपने आप से पूछे कि मैं मूल्यों से कितना सशक्त बना हूँ। जब तक हमारे अन्दर की वृत्ति में सकारात्मक परीवर्तन नहीं आयेगा तब तक हम सशक्त नहीं बन पायेंगे। अगर हम सशक्त नहीं बने तो सशक्त खेती भी नहीं कर पायेंगे। कहा भी जाता है किसान चरित्रवान तो धरती बलवान, धरती बलवान तो देश धनवान। इसलिए हम व्यसनमुक्त बन कर अच्छे गुणों को जीवन में धारण कर परमात्मा की याद से खीती करें। इसको ही शाश्वत यौगिक खेती कहते हैं।”

कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग, राजयोग एज्यूकेशन एण्ड रीसर्च फाउण्डेशन एवं प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में किसान प्रशक्षिण केन्द्र, महेसाना के आसिस्टन्ट डायरेक्टर एल. के. पटेल; संयुक्त खेती नियामक (विस्तरण), महेसाना जे.वी. उपाध्याय तथा महेसाना नगर पालिका के उप प्रमुख कानजी भाई देसाई ने भी इस अवसर पर अपनी शुभ कामनायें व्यक्त की।

आज़ादी के अमृत महोत्सव अन्तर्गत 23 दिसम्बर के “राष्ट्रीय किसान दिवस” को ब्रह्माकुमारीज़ के द्वारा “किसान सन्मान दिवस” के रूप में मनाया गया। महेसान जिला से आये हुए 250 किसानों ने इस कार्यक्रम का लाभ लिया। प्रगतिशील किसानों को साल पहना कर, नारियल देकर सन्मानित भी किया गया। किसानों ने राष्ट्रीय किसान दिवस निमित्त विषमुक्त खेती करने की प्ररणा भी ली।

कार्यक्रम के प्रारंभ में महेसाना की विरिष्ट राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी कुसुम बहन ने सबका शब्दों से स्वागत किया। एक नन्ही सी कुमारी गापी ने स्वागत नृत्य कर सबका दिल जीत लिया। राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी नीता बहन ने सबको राजयोग का अभ्यास करवाया एवं सफल मंच संचालन किया।

 

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