Grand Inauguration of Anand Sarovar by Maharashtra Cabinet Minister

Ambajogai ( Maharashtra ): The Brahma Kumaris of Ambajogai in the Beed District of Maharashtra held a grand inauguration ceremony of the ‘Anand Sarovar‘ premises. Rajyogini BK Santosh, Joint Chief of Brahma Kumaris, was the Chief Guest on this occasion.  Other Chief Guests included Dhananjay Munde, Social Justice Minister, Government of Maharashtra, and Sanjay Bhansode, Former Environment Minister of Maharashtra and MLA of Udgir. A beautiful candle-lighting ceremony marked the start of this program.

Rajyogini BK Santosh, while addressing the gathering, said that we are all the children of God, hence we should strive to be like Him. This is possible only if we follow obediently the knowledge and path shown by Him and imbibe Divine qualities.  We should offer peace and purity to all. The more we remember Him, the more we become like Him. Only self-transformation can lead to world transformation.  Spirituality elevates our life and makes us disease-free.  For this, we must practice Rajyoga daily.  We must start with this today.

Dhananjay Munde, Chief Guest and Social Service Minister in the Government of Maharashtra, welcomed BK Santosh heartily and expressed his feelings.  He said that he follows the dictum of Brahma Kumaris, ‘I am the master almighty soul’ while doing his work. He considers himself as an instrument of God and has transferred all his burdens to Him. BK Santosh felicitated the dignitary with a picture of Lakshmi Narayan and Godly gifts.

Sanjay Bhansode, Former Cabinet Minister of Maharashtra and MLA from Udgir, said that he is fortunate to be invited here today. He wished that this place should benefit all. He greatly valued the words and guidance of BK Santosh.

Nandkishore Mundra, Rajkishore Modi, and Prithviraj Sathe also addressed the gathering and offered their good wishes.  Many prominent traders of the area were felicitated on this occasion.  Beautiful cultural performances marked this occasion.

BK Mahananda from Udgir gave the Vote of Thanks.  Members of the Brahma Kumaris fraternity from Ambajogai and surrounding areas attended in large numbers. BK Vandana coordinated this event.

News in Hindi:

*ओम शांति*
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय *शाखा अंबाजोगाई*
आज यहां के ब्रम्हाकुमारी सेवा केंद्र के नवनिर्मित भवन का विधिवत उद्घाटन किया गया
*आनंद सरोवर* इस वास्तु का उद्घाटन करने हेतु ब्रह्माकुमारीज वर्ल्ड हेड क्वार्टर माउंट आबू के संयुक्त प्रशासिका आदरणीय राजयोगिनी संतोष दीदी जी खुद उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम बीके शिल्पा बहन ने गीत गाकर ईश्वर की याद तथा परमात्मा का आवाहन किया। कार्यक्रम में प्रस्ताविक तथा स्वागत पर भाषण में सेवाकेंद्र प्रभारी बीके सुनीता दीदी जी ने अपना मनोगत व्यक्त किया और कहां इस भवन निर्माण के हेतु गरीब से लेकर आमिर तक सभी ने सहयोग दिया। गरीब माताएं ₹10 देकर मुझे यह कहते थे कि हमारा यह पैसा आपकी वास्तु निर्मिती के लिए सफल करें तब यह भावना मुझे 10 लाख रुपए के बराबर लगती थी। यहां आने वाला हर व्यक्ति स्वयं को वीआईपी ना समझ ईश्वरीय परिवार का सदस्य समझे यह उन्होंने कहा। बाहर से मंदिर जैसा दिखने वाला यह अनोखा सेवाकेंद्र जब अंदर आते ही एक यूनिवर्सिटी या स्कूल की तरह लगता है तथा जब बाबा के कमरे में सभी योग का अनुभव करें तो हर एक को यह अपना घर अनुभव हो ऐसा दीदी जी ने कहा।
संतोष दीदी जी के लिए कहते हुए उन्होंने यह सुनाया कि दीदी दादी बन गई है और दादी जी समय की पाबंद है तथा अनुशासित भी है। मान्यवर अतिथियों का दीदीजी ने नाम सहित स्वागत सत्कार किया। भवन निर्माण हेतु कांट्रेक्टर, वर्कर ,प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन , इंजीनियर, कारपेंटर सभी ने जो सहयोग दिया वह काबिले तारीफ है और उनकी यह सहयोग भावना से ही यह वास्तु अपने निर्धारित समय तक पूर्ण हुई । सुनीता दीदी जी ने *आनंद सरोवर* भवन के लिए कहा कि यह भवन आनंद देने वाला मिनी मधुबन है ।
इसके पश्चात दीप प्रज्वलन किया। मंचासीन सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलन करने के पश्चात श्री नंदकिशोर जी मूंदड़ा और श्री मोदी जी इन्होंने राजयोगिनी संतोष दीदीजी का पुष्पहार पहनाकर तथा शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। राजयोगिनी संतोष दीदी जी द्वारा जो उद्गार *आनंद सरोवर* के उद्घाटन हेतु निकले उसमें उन्होंने कहा कि हम सब एक भगवान की संतान है और हमें उन जैसा बनना है। यह तभी संभव है जब हम श्रीमत प्रमाण आज्ञाकारी बने गुनग्राही बने और उनको फॉलो करें। देवी देवताओं के श्रेष्ठ गुण धारण करने हैं, उनके जैसा बनना है, और सबको शांति सुख आनंद पवित्रता का दान देना है परमात्मा को जितना जितना याद करते उतना उसके समान बन जाते। शुभचिंतक तभी बनेंगे जब हम प्रभु चिंतन करेंगे। दीदी जी ने विद्यालय का एक स्लोगन याद दिलाया – खुद के स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन। साइडसीन थोड़े समय के बादल है जो हट जाएंगे। हर एक को यहां से मोबाइल आनंद सरोवर बनना है और जहां भी जाएं सबको आनंद देना है। ईश्वरीय प्राप्तियां जितना देंगे उतनी बढ़ेगी। आध्यात्मिकता से जीवन उच्च बनता है निरोगी बनता है। देवी देवताओं का कोई फैमिली डॉक्टर नहीं होता ऐसे हमें भी निरोगी बनने के लिए राजयोग का नियमित अभ्यास करना है । दीदी जी ने कहा यह सब कर्म आज ही करना है। कल करे सो आज आज करे सो अब और अब नहीं तो कभी नहीं।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि *माननीय श्री धनंजय मुंडे जी* ने आदरणीय राजयोगिनी संतोष दीदीजी का स्वागत किया तथा उन्होंने अपने मन के भाव प्रकट करते हुए यह कहा कि वे खुद *”मैं मास्टर सर्वशक्तिमान आत्मा हूं”* इस स्वमान को लेकर कार्य करते हैं, जिससे उन्हें हर कार्य में सफलता प्राप्त होती हैं।

इस पर आदरणीय *राजयोगिनी संतोष दीदीजी* ने उन्हें बधाई देते हुए कहां की कर्म फिलॉसफी और कर्मों की गति को आप भली-भांति जान तो गए हो किंतु सिर्फ अब इतना दृढ़ विश्वास रखो की करन करावन हार कराने वाला शिव परमात्मा है, और मुझे निमित्त बनाकर वह हर असंभव कार्य को संभव करा रहे हैं।

मैं हीरो पार्ट धारी हूं और परमात्मा की चुनी हुई विशेष लाडली संतान हूं *श्री धनंजय मुंडे जी* ने दीदी जी की इन ज्ञान युक्त बातों को बहुत ही सरलता से अपने में धारण कर दीदीजी को आश्वस्त किया की हमारी जिम्मेदारियां हमारे टेंशन हमारे कार्यभार आज से उस परमात्मा के हुए और जिस तरह, जैसे चाहे वैसे उसे संभाले, हम केवल निमित्त बनकर ही चलेंगे। आदरणीय दीदी जी ने मुंडे साहब को लक्ष्मी नारायण की प्रतिमा भेंट कर और ईश्वरीय सौगात तथा प्रसाद देकर लाभान्वित किया, गौरव किया और उनके भविष्य कार्यों के लिए सफलता का वरदान भी दिया। दीदी के साथ बिकी नितिन भाई जी ने भी आदरणीय मुंडे जी को अपने भविष्य कार्य के लिए हार्दिक बधाइयां दी।
कार्यक्रम के अध्यक्ष के भाषण में *श्री संजय जी बनसोडे* इन्होंने अपने मनोगत को व्यक्त किया। उन्होंने कहा मै स्वयं को भाग्यवान समझता हूं जो मुझे यहां *आनंद सरोवर* भवन के उद्घाटन करने का अवसर मिला *आनंद सरोवर* से सभी को लाभ हो यह मेरी दिल की भावना है। अतिशय व्यस्तता के बावजूद हमें यहां आने का मौका मिला यह मेरा सौभाग्य है। दीदी जी के आशीर्वचन मेरे लिए बहुत अनमोल है मार्गदर्शक है और जरूरी है।
*श्री नंदकिशोर जी मुंदड़ा* ने भी अपनी शुभ भावनाएं प्रकट करते हुए कहा समाज के हर कोने में फैलने का काम और उसमें बदलाव लाने का कार्य ब्रह्माकुमारी बहनों ने किया है और आज भी कर रहे हैं। इस कार्य को बधाइयां देता हूं और आश्वासित करता हूं कि जब जब समय मिलेगा सेवा केंद्र पर शांति की अनुभूति के लिए जरूर पहुंच जाऊंगा। मैं आदरणीय सुनीता दीदी जी का सम्मान करता हूं और उनका आज्ञाकारी बन करके उनकी सेवा में तत्पर रहूंगा।
*श्री राज किशोर जी मोदीजी* ने अपना मनोगत व्यक्त करते हुए कहा , यह शहर तीर्थ क्षेत्र हैं, पावन भूमि हैं जहां ब्रह्माकुमारीज का कार्य कई सालों से लगातार चल भी रहा है। यह भवन होना जरूरी था जिससे शहरवासियों को नई आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती रहे। हम सब भगवान के बच्चे हैं, हमें यहां इस भवन में सकारात्मकता की ऊर्जा मिलती है। भविष्य में जो भी मुझसे सहयोग बन पड़े मैं जरूर करूंगा और यह मैं मेरा सौभाग्य समझता हूं।
माननीय *श्री पृथ्वीराज साठे जी* ने भी अपने मनोगत व्यक्त किए जिसमें उन्होंने कहा- *आनंद सरोवर* का उद्घाटन आज हुआ इस सेवाकेंद्र से मेरे परिवार जन जुड़े हैं और समय प्रमाण मुझे यहां आने का मौका मिलता है। हर प्रकार के लोग यहां आकर ज्ञान ले सकते तथा योग को सीखकर अपने जीवन को योग युक्त बना सकते हैं। उन्होंने कबीर का दोहा कहते हुए कहा- *”जग हंसे हम रोए परंतु ऐसा कर्म हम करें कि हम हंसे जग रोए”* समाज के लिए इस ज्ञान का जरूर लाभ होगा यह मैं शुभभावना शुभकामना देता हूं।
इसके पश्चात शहर के व्यापारियों में गणमान्य श्री नरसिंह जी दरगड, श्री सचिन जी कात्रेला आदि का सम्मान किया गया। कांट्रेक्टर श्री लक्ष्मण जी देवकते, व्यापारी श्री संतोष पंचाक्षरी आदि का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम में नृत्य प्रस्तुति करने के लिए नवकेशर नृत्य अकादमी के श्री भीमाशंकर जी शिंदे तथा अक्षय डांस एकेडमी के श्री अक्षय यादव जी इनका भी विद्यालय की ओर से स्वागत सत्कार किया गया सभी मान्यवर अतिथियों को लक्ष्मी नारायण की विशाल प्रतिमाएं भेंट कर विद्यालय की ओर से टोली प्रसाद दिया गया। आभार प्रदर्शन उदगीर सेवा केंद्र प्रभारी *बीके महानंदा बहन* ने किया मान्यवर अतिथि एवं श्रोताओं का धन्यवाद प्रकट किया गया।
इस कार्यक्रम में अंबाजोगाई सेवाकेंद्र से संचालित कई और उपसेवाकेंद्र तथा आसपास के अनेक जिलों से ब्रम्हाकुमारी बहनों ने अपनी उपस्थिति लगाई। औरंगाबाद, अहमदपुर, जलकोट, कलंब, नांदेड, सोलापुर, रेनापुर, लातूर, औसा, चाकुर, निलंगा, केज, परली, बार्शी, बीड, पंढरपुर, परभणी से टीचर्स बहने बड़े उत्साह से आई।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु विद्यालय की बीके सुनीता, बीके मंजू, तथा बीके प्रिया बहन का भी धन्यवाद किया गया।
कार्यक्रम का सूत्र संचालन बीके वंदना दीदी जी ने किया तथा कार्यक्रम का समापन विद्यालय के बीके गोपाल भाई जी ने किया।

 

 

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