‘Forgiveness Day’ : Summer camp in Ambikapur

Ambikapur ( Chhattisgarh ) : The eighth day of the summer camp was was celebrated as Forgiveness Day, organized by Brahma Kumaris Education wing at Nav Vishwa Bhavan Choprapara, Ambikapur for the all-round development of the students.

BK Pooja explained to the children the importance of ‘Life as a blessing’ and said that life is a beautiful gift given by God. This life is so precious, don’t put wrong habits in it, so that this life becomes a curse. After that, the practice of Rajyoga meditation was done through commentary.

Describing the ‘Cycle of time’, BK Pratima said that when we are full of our qualities, powers it was called Satyug. But when time changes, one starts behaving on the basis of vices instead of virtues, such time is called Kaliyug, and that’s why everyone is sad.

At the end of the program, a quiz competition was organized to test the intelligence of the children, in which the children showed their talent. The quiz competition spread a wave of happiness and enthusiasm among the children.

News In Hindi:

अम्बिकापुर:– प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के शिक्षाविद सेवा प्रभाग द्वारा नव विश्व भवन चोपड़ापारा, अम्बिकापुर में छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिये आयोजित समर कैम्प 2023 के आठवें दिन को माफी दिवस के रूप मे मनाया गया। मैं महान आत्मा हूँ इस स्वमान के साथ बच्चों ने शालीनता के गुण को धारण करने का अटेन्शन लिया।
बी.के.पूजा बहन बच्चों को जीवन एक वरदान है इसके महत्ता को समझाते हुये कहा कि यह जीवन परमात्मा द्वारा दिया गया सुन्दर उपहार हैं। इसे उपहार के भांति ही यूज करें। यह जीवन इतना कीमती है इसमें गलत आदतों को न डाले, जिससे यह जीवन अभिशाप बन जाये। उन्होंने एक्जाम्पल के माध्यम से बच्चों को समझाया कि जैसे मदर टेरेसा लोगों की मदद करके अपने नाम को अमर कर गयी, उसी प्रकार हमें भी प्रत्येक प्राणी के प्रति दया, करूणा, परोपकार आदि गुणों को धारण करके और सुन्दर भाव को रखकर सबका भला करने का ही सोचें और अपना नाम भी इतिहास में रचे। तत्पश्चात् राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास कॉमेन्ट्री के माध्यम से कराया। जिसमें सभी बच्चों ने जीवन के महत्ता का अनुभव करते हुये गलत चीजों को छोड़ने का संकल्प किया।
बी.के प्रतिमा बहन समय का चक्र बताते हुये कहा कि जब हम अपने गुणों , शक्तियों से भरपूर होते है, तो गुणों से युक्त व्यवहार करते है, और वही समय सतयुग कहलाता है। पर जब समय बदलता है, तो हम गुणों के स्थान पर विकारों के आधार व्यवहार करने लगते है, तो वही समय तमोप्रधान कलियुग कहलाता है, इसलिये सभी दुःखी है। अगर हमें पुनः सुख, शांति, खुशी, जीवन में लाना है तो हमें अपने जीवन में गुण लाना होगा, और यही बताने और गुणों के आधार पर स्वर्णिम जीवन बनाने के लिये स्वयं परमात्मा इस धरा पर अवतरित होकर, वो ज्ञान दे रहे है, जिसे हम सुनकर, धारण करके अपने जीवन को गुणवान बना सकते है।
कार्यक्रम के अंत में बच्चों के बुद्धिमत्ता का परीक्षण करने के ध्येय से क्वीज प्रतियोगिता कराया गया। जिसमें बच्चों ने अपनी- अपनी प्रतिभाओं को प्रदर्शित किया। क्वीज प्रतियोगिता से बच्चों में खुशी और उमंग- उत्साह की लहर छा गयी।

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