Brahma Kumaris Sadabad Observe 51st Ascension Ceremony of Brahma Baba

Sadabad (Uttar Pradesh ): Brahma Kumaris Sadabad observed 51st Ascension Anniversary of Brahma Baba the corporeal medium of incorporeal Supreme Father. At first floral tribute was offered by all to Brahma baba and then the guests were greeted with garlands.

Speaking on the occasion bk BK Seeta  of Brahma Kumaris Hathras shared the spiritual journey of Dada Lekhraj as Prajapita Brahma and how he got the divine visuals.

Offering floral tribute to Brahma Baba Chief Guest Advocate Vinod Upadhyaya, Chairman Godzilla Panchayat addressed the occasion telling that following the ideals of Brahma Baba would be true homage to him. We must therefore follow Brahma Baba in our action and try not to be cause of others suffering.

BK Bhavana told that the Avyakta Smriti Divas of Brahma Baba is celebrated as ‘World peace Day’ as it inspires us to achieve the stage of perfection. Brahma baba was the living example of renunciation and austerity who gave new vision to this world by following the dictate of the Supreme Father Supreme soul. He taught the humanity that our thoughts will be the reason for our creation. If we want to have a pure creation and a new India, then we have to cherish elevated thoughts throughout.

Social activist Geeta Gouda told that, to get rid of stress, sorrow and peacelessness in life we have to learn a and assimilate Rajayoga in our lives. Raju Jaiswal member of Document Writer’s Association, Sadabad, BK Seema from Dauji also told how Brahma Baba performed his duties as corporeal medium of Incorporeal Father .

In Hindi:

सादाबाद (उ.प्र.)
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय सादाबाद में आज दिनांक 19 जनवरी को संस्था के संस्थापक पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा का अव्यक्त पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया ।
सर्वप्रथम पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा के छवि चित्र पर सभी ने फूल माला अर्पित कर श्रद्धांजलि पुष्पांजलि अर्पित की।
उसके बाद कार्यक्रम में सभी मंचासीन अतिथियों का स्वागत फूल माला पहनाकर कर किया ।
इस अवसर पर हाथरस सेवाकेंद्र से आई ब्रह्माकुमारी सीता बहन जी जनपद प्रभारी हाथरस ने संस्था के संस्थापक पिता श्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा के जीवन परिचय के बारे में बताते हुए कहा कि ब्रह्मा बाबा का जन्म सिंध हैदराबाद (जो आज पाकिस्तान में है ) हुआ था। सिंध में बाबा दादा लेखराज लेखराज के नाम से जाने जाते थे । शुरू से ही बाबा धार्मिक, सरल स्वभाव , सात्विक, सात्विक प्रवृत्ति , भगवान की भक्ति करने वाले एवं दानी प्रवृत्ति के व्यक्ति थे । बाबा का हीरे जवाहरात का व्यापार था । जब बाबा की अवस्था 60 वर्ष की थी , तब बाबा को एक दिव्य श्रीकृष्ण का साक्षात्कार हुआ और उसके बाद इस पुरानी दुनिया के विनाश का साक्षात्कार हुआ उसी क्षण बाबा के जीवन में वैराग्य उत्पन्न हो गया उसके बाद बाबा ने अपने तन मन धन से परमात्मा के कार्य में संपूर्ण रूप से लग गये । स्वयं परमात्मा ने बाबा को प्रजापिता ब्रह्मा नाम दिया । ब्रह्मा बाबा का बोया हुआ बीज आज इस संस्था का वट वृक्ष बन कर संपूर्ण विश्व में परमात्म ज्ञान की शिक्षा और राजयोग को पूरे विश्व में फैला रहा है॥ वर्तमान समय आज संस्था पूरे विश्व में ज्ञान व राजयोग की शिक्षा देकर सर्व के कल्याण का कार्य कर रही है। संस्था का मुख्यालय माउंट आबू (राज.)है । पिता श्री ब्रह्मा बाबा ने अपना जीवन इस ईश्वरीय सेवा करते हुए 18 जनवरी 1969 में अपना पुराना शरीर त्याग कर सूक्ष्म रूप में परमात्मा के आदेश अनुसार नई सतयुगी दुनिया बनाने का कार्य कर रहे हैं। जनवरी मास में संस्था की प्रत्येक शाखा पर प्रजापिता ब्रह्मा बाबा का पुण्य स्मृति दिवस योग , तपस्या एवं मौन के साथ मनाया जाता है

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष एडवोकेट बिनोद उपाध्याय जी ने ब्रह्मा बाबा को श्रद्धाजली देते हूए सभा को संबोधित करते हूए कहा कि हम सभी को यह ध्यान रखना अति आवश्यक है हमारे कर्म सुकर्म हो । सबसे मिलकर चले । सत्कर्म करे । हमारे द्वारा किसी को भी कोई कष्ट न हो , और कोशिश करें झूठ न बोलना पड़े । और ब्रह्मा बाबा के आदर्शो पर चलना ही सच्ची श्रद्धाजली मनाना है ।

इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी भावना बहन सादाबाद प्रभारी ने ब्रह्मा बाबा की पुण्य स्मृति दिवस पर
”भोलानाथ इस धरा पर हुए दयाल , शिव के रथी तूने इस जग में तूने कर दिया कमाल” गीत गाकर ब्रह्मा बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हूए कहा कि संस्था के संस्थापक पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की पुण्य तिथि को विश्व भर मे शांति दिवस के रूप में मनाते है। यह दिवस हमें विशेष रूप से सम्पूर्णता की स्थिति को प्राप्त करने की प्रेरणा देता है। प्रजापिता ब्रह्मा बाबा त्याग और तपस्या की जीती जागती मिसाल है। उन्होंने परमात्मा के बताए हुए मार्ग पर चलकर मानव जीवन को एक नई दिशा दी। जिस राह पर चलकर आज लाखों लोगों ने अपने जीवन की बगिया में खुशियों के फूल खिलाए हैं। जो उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर आजीवन ब्रह्मचर्य का संकल्प लेकर सतयुगी सृष्टि की स्थापना का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने मानव को यही बताया कि जैसे हमारे संकल्प होंगे वैसी हमारी सृष्टि बनेगी। यदि हमें पावन सृष्टि और नया भारत चाहिए तो हमें सदा श्रेष्ठ संकल्प करने होंगे। जिसमें हिंसा का कोई स्थान न हो। तभी मानव के साथ-साथ यह सृष्टि भी पावन बन सकेंगी ।

समाजसेवी बहिन गीता गौड ने कहा अगर अपने जीवन से तनाव, दुःख , अशांति को निकालना है तो ब्रह्माकुमारीज द्वारा सिखाये जा रहे राजयोग को अपने जीवन मे लाये।

भ्राता राजू जैसवाल जी दस्तावेज लेखक संघ सादाबाद, ने ब्रह्मा बाबा को श्रद्धाजली देते हूए कहा कि हम सभी को ब्रह्माबाबा के गुणों को, विशेषताओं को जीवन में धारण करना ही सच्ची श्रद्धाजली मनाना है।

दाऊजी से आयी ब्रह्माकुमारी सीमा बहन ने प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की विशेषता बताते हुए कहा ब्रह्मा बाबा ने अपने जीवन को तन मन धन से ईश्वरीय सेवा में समर्पित किया और मानव कल्याण के लिए नया मार्ग प्रशस्त किया।

कार्यक्रम में बी.के.बबिता बहन , मिथलेश बहन ,रमाशंकर पचौरी जी, हीरालाल भाई रामबाबू भाई, राधा बहन , रश्मि बहन , संतोष भाई , कमलेश बहन आदि और कार्यक्रम में आये सभी भाई, बहनो ने ब्रह्मा बाबा को श्रद्धांजलि पुष्पांजलि अर्पित की।

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