Sarnath, Varanasi ( Uttar Pradesh ): BK Saroj, BK Chanda and BK O.N. Upadhyay from the Brahma Kumaris Centre, Sriram Nagar Colony, Varanasi, were specially invited by “Apna Ghar Ashram,” an Organization dedicated to the welfare of itinerant orphans, to celebrate the 72nd National Republic Day.
72वें गणतन्त्र दिवस के अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ श्रीरामनगर कालोनी, बजरडीहा, वाराणसी के द्वारा विविध स्थानों में ईश्वरीय सेवा । पूर्वांचल का मुख्यालय एवं आध्यात्म और संस्कृति की राजधानी काशी (वाराणसी) में लावारिस लोगों की सेवा हेतु समर्पित संस्था “अपना घर आश्रम” के द्वारा ब्र.कु. सरोज दीदी, ब्र.कु. चन्दा बहन एवं ब्र.कु. ओ.एन. उपाध्याय को 72वें गणतन्त्र दिवस के शुभ अवसर पर विशेष रूप से आमन्त्रित किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ब्र.कु. सराज दीदी ने कहा कि आज मनुष्य देह अहंकार एवं उनसे उत्पन्न अनेक विकारों-बुराईयों की जाल में फंसकर दुःखी एवं तनावग्रस्त है। वह स्वयं की आत्मिक पहचान और अपने पिता परमात्मा शिव का भूलकर दुःखो के सागर में भटक रहा है। ऐसे समय में परमात्मा शिव स्वयं इस धरती पर अवतरित हो मनुष्य आत्माओं को सुख, शान्ति, प्रेम, पवित्रता आदि खजानों का ईश्वरीय जन्म सिद्ध अधिकार दे रहे हैं।
लावारिस एवं अभावग्रस्त मानव की सेवा हेतु संचालित उक्त अपना घर आश्रम के संचालक, अति विशिष्ट समाजसेवी डा. के. निरंजन ने कहा कि जरूरतमंद मानव की निःस्वार्थ सेवा ईश्वर की सेवा है। गणतन्त्र दिवस जैसे पावन अवसर पर वैश्विक स्तर पर मानवता की निःस्वार्थ सेवा में समर्पित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय परिवार को अपने बीच हम अति गौरवान्वित हैं।
कार्यकम मं ब्र.कु. चन्दा बहन ने भी अपने विचार व्यक्त किये। ब्र.कु. ओ.एन. उपाध्याय ने लावारिस रूप में दुःख एवं अभावों के बीच जीने को मजबूर लोगों की सेवा में संलग्न “अपना घर आश्रम’ के संचालक डाक्टर के. निरंजन एवं उनकी टीम के प्रति हार्दिक आभार जताया। उक्त अवसर पर लावारिस बच्चों एवं उनकी टीम द्वारा कई सुन्दर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
साथ ही काशी की ही एक और विशिष्ट समाजसेवी संस्था -“किरन” के द्वारा भी गणतन्त्र दिवस के दो दिन पूर्व ब्रह्माकुमारीज़ परिवार से ब्र.कु. सरोज दीदी एवं उनकी टीम को विशेष आमन्त्रित किया गया। विकलांग और अनाश्रित बच्चों को निःशुल्क रूप में इलाज एवं शिक्षा उपलब्ध कराने वाली “किरन संस्था” की निदेशिका बहन संगीता ने ब्रह्माकुमारी बहनों को स्वागत करते हुए कहा कि तन और मन की दिव्यता और पवित्रता से स्वयं और सर्व को ओतप्रोत कर दिव्य जीवन की प्रेरणा देने वाली ब्रह्माकुमारी संस्था की बहनों और भाईयों का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
ब्र.कु. सरोज दीदी ने “किरन’ संस्था परिवार से कहा कि हम और आप मिलकर समाज को तन आर मन की विकलांगता से मुक्त कर सकते हैं। जिस प्रकार मानव तन का सम्पुर्ण सुख प्राप्ति के लिए तन की विकलांगता को मिटाना जरूरी है उसी प्रकार मन का सम्पूर्ण सुख, मानसिक शान्ति एवं आनन्द की प्राप्ति के लिए मानसिक विकलांगता अर्थात मन की कमियों को दूर करना जरूरी है। तन की विकलांगता बड़ी बात नहीं बल्कि मानसिक विकलांगता समाज, देश और विश्व को पतन की ओर ले जाता है। वर्तमान समय परमात्मा शिव ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग की शिक्षा द्वारा मानव के तन और मन को श्रेष्ठ और दिव्य बना रहे हैं। ब्र.कु. ओ.एन. उपाध्याय ने कहा कि परमात्मा का दर सभी के लिए खुला है। आप सभी अवश्य ही परमात्म ज्ञान से अपने जीवन को सुखी एवं मन को सशक्त बनाएं जिससे एक श्रेष्ठ समाज का नवनिर्माण हो सके। कार्यकम में ब्र.कु. चन्दा बहन ने उपस्थित लोगों को आत्मा एवं परमात्म पिता की सत्य पहचान से अवगत कराया।
कार्यकम में वाराणसी के जाने-माने कलाकारों की भी उपस्थिति रही।