“World Peace Day” Celebrations in Bharatpur

Bharatpur ( Rajasthan ): In Vishwa Shanti bhavan, Krishna Nagar the organization celebrated Adi Dev Prajapita Brahma Baba’s 52nd Rememberance day in the presence of Ms Bina Mahavar, District Collector Bharatpur, who was the chief guest.  Anurag Garg, National Deputy Director, Varshya Federation of India, Dr Ramesh Indaullia, National Director, Malkhambh Federation of India,  Ms Manju Singh,  Former Director of Bharatpur graced the occasion. BK Babita  was the main speaker and the coordinator was Rajyogini BK Kavita .

The chief guest Bina Mahavar paid homage by placing flowers and expressed her feelings saying that the main aim of Brahma Kumaris organization is to eradicate vices and addiction from society. As I entered the premises, I felt a deep sense of peace and tranquility. I understand how difficult it is to divinize human life. This uphill task has been taken up by the organization.

BK Kavita also expressed her thoughts by saying ” Man must make an effort to perform good karma by following the footsteps of great souls. Our God Father has given this direction to forget this body and all its relationships with others and things and realize one’s real self, the soul and remember only the God Father. The founder Father showed us the way by totally transforming his bodily sanskars into spiritual nature. By empowering women, he prepared a spiritual salvation army. He maintained a Nirakari, Nirvikari and Nirahankari – Incorporeal, Viceless, egoless state of mind. His thoughts and words were always in perfect harmony. Today, in the five continents of the world, 140 counties are celebrating this auspicious day. Millions have followed his example to make their lives peaceful and happy.

BK Babita Behn gave a short description of Brahma Baba’s life. Brahma Baba’s childhood name was Lekhraj Kriplani who was born in Hyderabad Sindh. He was blessed with very special qualities & a dynamic personality, Soon he had a flourishing business of diamonds in the great city of Calcutta. In 1936, he renounced his business to follow the spiritual path till 1969, he taught Rajyoga and gave Gita Gyan. On 18th January, he left his mortal coil to continue his services in a subtle way.

Special guest, Anurag Garg remarked how Brahma Baba had surrendered everything for the benefit of humanity. Ramesh Indauria emphasized how important is spirituality to lead a happy successful life. He motivated others to assist in this unique task of world transformation.

The program started with a song by Bk Kanak, Bk Praveena gave a short introduction of the organization. All the guests were given gifts. They placed flowers before Brahma Baba’s picture, with respect.

News in Hindi:

प्रजापिता ब्रह्मा बाबा का 52 वां पुण्य स्मृति दिवस “विश्व शांति दिवस” के रूप में मनाया,
आज दिनांक 18 जनवरी 2021 को विश्व शांति भवन,कृष्णा नगर, भरतपुर पर संस्था के सह संस्थापक आदिदेव प्रजापिता ब्रह्मा बाबा का 52 वां पुण्य स्मृति दिवस श्रीमती बीना महावर अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रशासन भरतपुर के मुख्य आतिथ्य में मनाया गया, विशिष्ट अतिथि भ्राता अनुराग गर्ग राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैश्य फेडरेशन ऑफ इंडिया, डॉ. रमेश इंदौलिया , राष्ट्रीय अध्यक्ष मलखम्भ फेडरेशन ऑफ इंडिया, श्रीमती मंजू सिंह, पूर्व अध्यक्ष जऑयंट्स ग्रुप भरतपुर, मुख्य वक्ता ब्रह्माकुमारी बबीता बहन, सह प्रभारी भरतपुर, अध्यक्षता राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कविता बहन जी ने की,
ब्रह्माकुमारी संस्था का मुख्य उद्देश्य है मानव जाति को निर्विकारी और निरव्यसनी बनाना मैंने इस परिसर में प्रवेश करते ही मन में बहुत शांति का अनुभव किया मानव जीवन को देवतायी जीवन में परिवर्तन करने का कार्य बहुत ही दुर्लभ है l इस महान कार्य को यह संस्था कर रही है यह विचार मुख्य अतिथि बहन वीना महावर अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रशासन भरतपुर ने श्रद्धा सुमन के रूप में अर्पित किए l
अध्यक्षीय उद्बोधन में राजयोगनी कविता बहन जी सहप्रभारी आगरा, जिला प्रभारी भरतपुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि मनुष्य को अपने पुण्य की पूंजी को बढ़ाने के लिए महान आत्माओं के दिखाए गए रास्ते का अनुसरण करना चाहिए परमात्मा पिता की यही आज्ञा थी कि देह के सभी संबंधों वैभव पदार्थों को भूलकर अपने को आत्मा समझ मुझे परमात्मा को याद करो l विभिन्न प्रकार के देहिक संस्कारों को अंतिम संस्कार कर देवीय संस्कार स्थापित करने का कार्य पिता श्री ब्रह्मा बाबा ने किया l नारी को अबला से सबला बनाकर एक रूहानी फौज तैयार कर दी l पिता श्री ब्रह्मा बाबा ने निरकारी निर्विकारी एवं निरहंकारी स्थिति को सदा बना कर रखा l ब्रह्मा बाबा की कथनी करनी रहनी एक समान थी आज पांच महाद्वीपों एवं 140 देशों में ब्रह्मा बाबा का विश्व शांति दिवस मनाया जा रहा है उन्होंने कहा प्रत्येक मनुष्य के लिए ज्ञान, योग, दैवीय गुणों की धारणा कर भारत भूमि को स्वर्गिक देव भूमि ब्रह्मा बाबा द्वारा स्थापित की गई l आज इन्हें अपनाकर करोड़ों लोगों ने अपना जीवन सुखमय एवं शांतिमय बना लिया है l
मुख्य वक्ता के रूप में ब्रह्माकुमारी बबीता बहन सह प्रभारी भरतपुर ने अपने वक्तव्य में कहा कि ब्रह्मा बाबा का बचपन का नाम लेखराज कृपलानी जो सिंध हैदराबाद में जन्मे थे वह गुणों एवं विशेषताओं से संपन्न थे उनके माता पिता का साया भी बचपन से उनके सिर से उठ गया था उन्होंने हीरो का व्यवसाय किया जो सिंध हैदराबाद मुंबई में कोलकाता में लखी फर्म से विकख्यात था वह हमेशा भगवत गीता का अध्ययन करते थे l सन 1936 में अपने गुरु के साथ सत्संग कर रहे थे तभी उनके तन में शिव परमात्मा के द्वारा प्रवेश किया गया उन्होंने धीरे-धीरे का व्यापार छोड़कर ज्ञान रतनों का व्यापार शुरू कर दिया तब से लेकर सन 1969 तक साकार रूप से उन्होंने गीता ज्ञान सुनाया राजयोग का अभ्यास कराया उसके पश्चात 18 जनवरी 1969 को अव्यक्त होने के पश्चात् भी आकारी बन विश्व की आत्माओ की अपरोक्ष सेवाएं निरंतर कर रहे है l आज 140 देशों में लगभग 9000 सेवाकेंद्रों के अनर्गत विश्व शांति दिवस के रूप में पिता श्री को सारा विश्व श्रद्धा सुमन अर्पित करते है l
विशेष अतिथि के रुप में भ्राता अनुराग गर्ग ने अपने वक्तव्य में कहा कि ब्रह्मा बाबा अलौकिक रूप में इतने बड़े व्यापारी थे इसके बाद भी मानव जाति के कल्याण के लिए उन्होंने अपना तन मन धन समर्पित कर दिया l
भ्राता डॉ रमेश इंदौरिया ने कहा कि जीवन के किसी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए आध्यात्मिक ज्ञान का जीवन में धारण करना बहुत आवश्यक है ब्रह्मा बाबा ने विश्व परिवर्तन का अद्भुत कार्य किया है हमें भी मानव जाति के कल्याण के लिए कुछ ना कुछ संकल्प अवश्य करना चाहिए तभी हमारा जीवन धन्य होगा भ्राता भोलाराम देवनानी, अध्यक्ष सिंधी समाज, रिटायर्ड कर्नल भ्राता तेजराम ने भी अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए l
कार्यक्रम की शुरुआत ईश्वरीय स्मृति के गीत द्वारा ब्रह्माकुमारी कनक बनने की ओ प्यारे ब्रह्मा बाबा, ब्रह्माकुमारी प्रवीणा बहन द्वारा संस्था के उद्देश्य एवं लक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए संस्था का परिचय दिया गया l
कार्यक्रम के अंत में कुमारी लवी और मुस्कान ने दिव्य नृत्य प्रस्तुत किया एक फरिश्ता आया है…..
सभी सम्मानित अतिथियों को ईश्वरीय सौगात एवं साहित्य प्रदान कर समस्त अतिथियों के द्वारा ब्रह्मा बाबा के चित्र के समक्ष उपस्थित होकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई, इस अवसर पर पावन बहन योगिता बहन अन्नू बहन भ्राता जगदीश जोशीभ्राता रणवीर,भ्राता किशन मतलानी,
भ्राता सुदेश, भ्राता बंटू भ्राता श्याम आदि उपस्थित रहे l

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