‘World No Tobacco Day’ Program By Brahma Kumaris Jabalpur

Jabalpur ( Madhya Pradesh ):  On the eve of World No Tobacco Day, ENT specialist Dr. Sumit Kumar, Homoeopathic Consultant Dr. Harsh Rai and Dr. Pooja Rai participated in the discussion organized at Divya Dham of Brahmakumari s.

ENT specialist Dr. Sumit Kumar explained about the direct and indirect side effects of tobacco consumption.

Homeopathic consultant Dr Harsh Rai said that a large part of the country’s economy is spent in the consumption of these addictions.

Homeopathic consultant Dr. Pooja Rai said that it is necessary to create awareness about the harms of tobacco consumption.

BK Aarti said that freedom from these addictions can be attained by the practice of Raja Yoga, she told that Raja Yoga is a positive lifestyle – its regular practice cleanses the mind and frees it from negative inclinations.

The successful operation of the program was done by Col. Vikas Rao Chauhan.

News in Hindi:

राजयोग से अभ्यास से प्राप्त कर सकते है व्यसन मुक्त जीवन – बी के आरती दीदी

तम्बाकू पदार्थो का सेवन तन मन धन और संबंधो को जला कर कर देता है मनुष्य का पूरा पतन – बी के आरती दीदी

(विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विधालय के जय भीमनगर , ग्वारी घाट रोड स्थित सेवा केंद्र दिव्य धाम में परिचर्चा का आयोजन )

विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विधालय के जय भीमनगर , ग्वारी घाट रोड स्थित सेवा केंद्र दिव्य धाम में आयोजित परिचर्चा में ई एन टी विशेषज्ञ डॉ. सुमित कुमार, होम्योपैथिक कंसलटेंट डॉ हर्ष राय तथा डॉ पूजा राय संम्मिलित हुए .

ई एन टी विशेषज्ञ डॉ. सुमित कुमार ने अपने अनुभवों के आधार पर तम्बाकू के सेवन से होने वाले प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दुष्परिणाम के बारे में बतलाया. आपने कहा कि यह व्यसन शौक शौक में संगति के आधार पर शुरू होता है पर इससे होने वाले परिणाम सेवन करने वाले के साथ साथ परिवार के सभी सदस्यों को भी भोगने होते है .

होम्योपैथिक कंसलटेंट डॉ हर्ष राय ने बतलाया कि देश की अर्थ व्यवस्था का एक बड़ा भाग इन व्यसनों के सेवन में खर्च होता है यदि इस खर्च को सकारात्मक कार्य में लगा ले तो अनेक परिवारों का जीवन सुखमय हो जाएगा .

होम्योपैथिक कंसलटेंट डॉ पूजा राय ने कहा कि तम्बाकू के सेवन से युवा वर्ग भी अछूता नहीं है , अच्छे अच्छे पद पर कार्य करने वाले , अच्छी पढ़ाई पढने वाले बच्चे भी इन पदार्थो का सेवन कर रहे है और अपने शरीर में बीमारियों को न्यौता दे रहे है ,ऐसे समय में उनको तम्बाकू सेवन से होने वाले नुकसानों के लिए जागरूक करना जरुरी है.

वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बी के आरती दीदी जी ने कहा कि राजयोग के अभ्यास के प्रयोग से आत्मबल बढ़ा कर के इन व्यसनों से मुक्ति पाई जा सकती है , संस्था में ऐसे कई उदाहरण है जिन्होंने इन व्यसनों को छोड़ने में सफलता प्राप्त की है. आपने बतलाया कि राजयोग एक सकारात्मक जीवन शैली है- इसका नियमित अभ्यास मन को स्वच्छ बना कर के नकारात्मक झुकावो से मुक्त करता है .आपने कहा कि तम्बाकू के सेवन करने वाला व्यक्ति पहले अपने धन को नष्ट करता है, फिर अपने हृदय और फेफड़ो को जलाता है , फिर अपने संबंधो को जलाता है और अंत में अपने पुण्य कर्मो को जला कर के पश्चाताप की अग्नि में जल जल कर के इस संसार से चला जाता है .
अतः हमे अपनी स्वयम की और समाज की इन व्यसनों से बचाव की जिम्मेदारी लेनी है .

कार्यक्रम का सफल सचालन बी के कर्नल विकास राव चौहान जी ने किया.

Subscribe Newsletter