Workshop for School Girls

Khimlasa / Bina (Madhya Pradesh): School girls have taken a vow to stay away from watching television and using mobile phones for two months for their own benefit.

It was a workshop, organised by the Brahma Kumaris of Khimlasa, wherein BK Janki advised the school girls to follow the advice of their parents or well-wishers. “You can study better and score good grades if you consider your teachers as your well-wishers. When the teachers tell you to accept something, you must do so with full faith because that is in your best interest,” she pointed out.

Watching television and indulging in mobile phones distracts students from studies. Students avoiding these devices can save a lot of their energy and time for the betterment of their future, she added.

Retired Subedar BK Narayan said students should complete their homework first so that they are not overburdened otherwise.

Principal Sulochana David appreciated the need for similar workshops for the students. BK Upendra said kids are like flowers in Paradise. Hence, they should always keep smiling and spread fragrance with their good behaviour.

In Hindi:

बालिकाओं ने लिया संकल्प, उज्जवल भविष्य के लिए दो माह तक टीवी-मोबाइल से रहेंगे दूर

– ब्रह्माकुमारी जानकी दीदी ने कन्या शाला में बालिकाओं को किया मोटिवेट

– शासकीय माध्यमिक स्कूल खिमलासा में वर्कशॉप आयोजित

ग्राम खिमलासा के शासकीय माध्यमिक कन्या शाला में छोटी बालिकाओं के लिए ब्रह्माकुमारीज संस्थान की ओर से वर्कशॉप आयोजित की गई। इसमें खिमलासा सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी जानकी दीदी ने कहा कि शिक्षकों की बात तब याद रहेगी जब उनको अपना मानेंगे। हमें अपने माता-पिता, रिश्तेदार और भाई-बहनों की बातें याद रहती हैं क्योंकि हम उन्हें अपना मानते हैं। इसी तरह अपने शिक्षकों को अपना मानें और उनसे मन की हर बात को सांझा करें। इससे वह आपका सही तरह से मार्गदर्शन कर पाएंगे।

उन्होंने कहा कि पत्थर को मूर्ति का आकार देने के लिए मूर्तिकार उस पर छेनी-हथौड़ा चलाता है, बारीकी से उसे तराशता है, तब जाकर एक सुंदर मूर्ति का निर्माण होता है। इसी तरह हमारे जीवन को तराशने, उसे सुंदर बनाने, महान बनाने और अपने लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए शिक्षक हमें तराशते हैं। इसलिए जब कभी वह डांटे या गुस्सा करें तो उनकी बातों का बुरा नहीं मानें, उस समय सोचें कि वह तो हमारी भलाई के लिए और आगे बढऩे के लिए ही समझाइश दे रहे हैं।

एकाग्रता से बढ़ती है स्मरण शक्ति

बीके जानकी दीदी ने कहा कि रोने, नाराज होने, झगड़ा करने, टीवी देखने और मोबाइल चलाने में हमारी ऊर्जा नष्ट होती है। पढ़ाई के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। जब हम हल्के रहेंगे तो मन शांत रहेगा और शांति से स्थितता आती है। स्थिरता से एकाग्रता बढ़ती है और एकाग्रता से स्मरण शक्ति बढ़ती है। इस दौरान दीदी ने सभी को संकल्प कराया कि अपने उज्जवल भविष्य के लिए दो माह तक टीवी-मोबाइल और इधर-उधर की बातों से मुक्त रहकर पूरा ध्यान विद्या अध्ययन में ही लगाएंगे।

रोजाना करें होमवर्क

भारतीय सेवा के सेवानिवृत्त नायब सूबेदार बीके नारायण भाई ने कहा  कि विद्यालय से घर जाने के बाद सबसे पहला कार्य होमवर्क पूरा करें। यदि रोजाना होमवर्क करते हैं तो इससे पढ़ाई का एक साथ भार नहीं आता है। स्कूल के सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक ने कहा कि आज यहां दीदी ने जो बातें बताईं हैं उनको जीवन में धारण करने से आप सफल हो जाएंगे। प्रधान अध्यापिका सुलोचना डेविड ने कहा कि ऐसी वर्कशॉप से बच्चों में जागृति आती है और वह पढ़ाई के प्रति गंभीर होते हैं। बीके पुष्पेन्द्र ने कहा कि आप सभी भगवान की बगिया के फूल हो इसलिए सदा इसी तरह मुस्कुराते रहें, सदा खुश रहें। खुशी सबसे बड़ा खजाना है। इससे हमारे माइंड की पावर बढ़ती है। बीके मधु ने गीत सुनाया। इस दौरान दो सौ से अधिक छटवीं से आठवीं तक की बालिकाएं उपस्थित रहीं।

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