Kadma ( Haryana ): Brahma Kumaris of Jhonjhukalan arranged a Seminar to observe the International Day Against Drug Abuse and Illicit Trafficking, at the Temple of Seth Kishanlal, in association with the Hindustan Scouts and Guides, on the topic, “Creation of Noble Society with De-addiction of Drugs.”
BK Vasudha stated, “Addiction is a sign of destruction and Noble Culture is the foundation of new creation. Instead of addictions we must adopt High Cultures to make the building of a Gracious New Society possible. Today there is no single family, having no addiction of any kind. Even the School children are falling prey to various types of habits. Along with education if we don’t give them good Culture to learn, Society will inevitably be ruined by all means which will not be proper in any way.” She led all in taking a pledge that they will create an addiction-free Society and said that once again we can make India a Golden Bird.
Mr. Bishan Singh Arya, District in Charge of Hindustan Scouts and Guides’ Media, said that if at all the Youth want to be addicted, they must become addicted to Social Services and Dedication towards the Nation. There are no greater addictions than Service to Society and the Nation. We must live for the Society. He said, “Ramprasad Bismil, Chandrasekhar Azad, Rajguru, and Bhagat Phool Singh, were great Revolutionaries; instead of getting addicted to intoxicating items, they pledged to serve Mother Bharat (India). Today their names are written with Golden Letters. So Youth must have a Creative Role to play in the Society.”
BK Jyothi conducted collective Meditation and BK Chandra motivated the audience through his poems.
The seminar ended with everyone taking a pledge to remain free from addictions.
कादमा (हरियाणा): ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र झोझूकलां-कादमा व हिंदुस्तान स्काउट एवम गाइडस के सयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय नशा व मादक पदार्थ निषेध दिवस के अवसर पर” नशा मुक्त संस्कार युक्त दिव्य समाज निर्माण” सेमिनार का आयोजन सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए सेठ किशनलाल वाले मंदिर में किया गया । बतौर मुख्य अतिथि झोझू कलां थाना प्रभारी एस.एच.ओ. दलबीर सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवाकेंद्र की प्रभारी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने की । सर्वप्रथम मास्टर संजू, रामवीर सांगवान ने सभी अतिथि महानुभावों को तिरंगा पट्टी व स्काउट्स का स्कार्फ पहनाकर सभी का अभिनंदन किया ।दलबीर सिंह ने नशा मुक्त संस्कार युक्त सेमिनार में अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि बीडी,सिगरेट ,शराब, हुक्का इत्यादि नशे का आरंभ अपने घर -परिवार से होता है। परिवार से हमें नशे निषेध की मुहिम को मजबूत करना होगा। जब तक मां -बाप से संस्कारों से युक्त पीढ़ी का निर्माण नहीं करेंगे तब तक नशे के खिलाफ आंदोलन को गति नहीं मिल सकती । नशे के खिलाफ मुहिम में परिवार, समाज व जनप्रतिनिधियों को आगे आना चाहिए । उन्होंने कहा कि समाज के नव निर्माण में, शांति व्यवस्था बनाए रखने में केवल पुलिस विभाग ही नहीं अपितु सभी सामाजिक संगठनो व जनप्रतिनिधि मिलकर कार्य करें तभी सुंदर समाज का निर्माण संभव है। सेवाकेंद्र की संचालिका बहन वसुधा ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि नशा नाश की निशानी है ।श्रेष्ठ संस्कार नव निर्माण की बुनियाद है ।नशे के विकल्प में हमें श्रेष्ठ संस्कारों को अपनाना होगा ।तभी सुंदर दिव्य समाज के निर्माण कार्य संभव हो सकता है ।आज कोई भी परिवार ऐसा नहीं बचा जहां कोई न कोई किसी न किसी प्रकार का नशा नहीं करता हो। यहां तक की स्कूल में पढ़ने वाले युवक युवतिया भी भिन्न-भिन्न प्रकार के नशों की गिरफत में आते जा रहे हैं। यदि हम सब ने युवक युवतियों को शिक्षा के साथ-साथ श्रेष्ठ संस्कार नहीं दिए तो हर हाल में समाज का पतन होगा जो किसी भी मायने में उचित नहीं है। ब्रह्माकुमारी वसुधा ने नशा मुक्त समाज बनाने के लिए शपथ दिलाई और कहां कि तभी हम अपने देश भारत को पुनः सोने की चिड़िया बना सकते हैं।
कार्यक्रम के संचालक हिंदुस्तान स्काउट एंड गाइड के जिला मीडिया प्रभारी बिशन सिंह आर्य ने कहा कि युवकों को अगर नशा करना है तो देश भक्ति का ,समाज सेवा का नशा करना चाहिए ।देशभक्ति व समाज सेवा से बड़ा कोई नशा नहीं है। हमें समाज के लिए जीना चाहिए चाहिए। उन्होंने कहा कि राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद ,राजगुरु भगत फूल सिंह जैसे क्रांतिकारियों ने मादक पदार्थों को छोड़कर मां भारती की सेवा करने का संकल्प लिया ।आज उनका नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा जा रहा है । अतः युवको को चाहिए कि समाज मे उनकी रचनात्मक भूमिका होनी चाहिए। कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने राजयोग का अभ्यास कराया। चंद्रभान ने भी नशा मुक्ति के खिलाफ कविता सुनाकर सब को प्रेरित किया इस अवसर पर हवलदार मुकेश कुमार, संदीप कुमार, बृजलाल, अंतराम मिस्त्री, सूरज प्रकाश धर्मवीर, लक्ष्मी देवी ,सुनीता ,कविता, पूजा , बादल ,सुबोध आर्य अश्वनी इत्यादि उपस्थित रहे। अंत में सभी ने नशा न करने का संकल्प लिया।