Brahma Kumaris Honor Farmers on National Farmers Day

“Food Provider, Farmers are the Pride of Bharat”

Dhamtari ( Chhattisgarh ): On the occasion of National Farmers Day, Brahma Kumaris in Dhamtari honored farmers who perform yogic and organic farming at the Brahma Kumaris Dhamtari Center, “Atmanubhuti” Tapovan Sakra. In this program, farmers who produce pure and satvic food, who completely follow sustainable yogic organic farming and don’t use chemical fertilizers to kill pesticides, were honored.

Kanti Sonwani, President of Dhamtari District Panchayat; Sarda Sahoo, President of Kurud District Panchayat; Leelaram Sahoo, Area co-ordinator of Chhattisgarh Farmers Union Raipur; Tarni Chandrakar, District Panchayat Member and Chairman of the Agriculture department, Neelam Chandrakar, Former District Panchayat member, were the guests of honor for the program.

Rajayogini BK Sarita, Incharge of Brahma Kumaris in Dhamtari, said that the Farmer is the backbone and is the pride of Bharat. When the Farmer Smiles, whole Bharat will smile. It is necessary that we take pure and satvik nutritous food, to stay healthy and happy.  As the food, so the mind. Sustainable yogic farming is the complete Agricultural science. When we perform farming with elevated thoughts, nutrition in food is increased and the farmer can live happily.

Everyone congratulated the farmers on the occasion and BK Devraj co-ordinated the program.

News in Hindi:

“अन्नदाता किसान भारत देश की शान” – बी.के. सरिता बहन जी

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय धमतरी सेवा केंद्र द्वारा राष्ट्रीय किसान दिवस की शुभ अवसर पर  यौगिक -जैविक  कृषि करने वाले किसानों का सम्मान आत्मानुभूति तपोवन साकरा धमतरी सेवा केंद्र में किया गया । इस कार्यक्रम के अंतर्गत उन किसानों का सम्मान किया गया जो पूर्ण रूप से शाश्वत योगिक जैविक कृषि करते हैं, अपने खेत पर किसी भी प्रकार का रासायनिक खाद और कीटनाशकों का प्रयोग नहीं करते हैं ।शुद्ध और सात्विक अन्न का उत्पादन करते हैं ।

 इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदरणीया श्रीमती कांति सोनवानी जी अध्यक्ष जिला पंचायत धमतरी, विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन थे श्रीमती शारदा साहू जी अध्यक्ष जनपद पंचायत कुरूद, श्री लीलाराम साहू जी प्रांतीय संयोजक छत्तीसगढ़ किसान यूनियन रायपुर ,श्रीमती तारिणी चंद्राकर जी जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति कृषि विभाग, श्री नीलम चंद्राकर जी पूर्व जिला पंचायत सदस्य उपस्थित थे |
अतिथियों के स्वागत के बाद जो किसान जैविक के साथ यौगिक खेती अर्थात मैडिटेशन के माध्यम से सकारात्मक प्रकम्पन प्रतिदिन खेती में फैलाते है उन किसानों का सम्मान किया गया |जिसमे देवराज भाई,बाबुराम भाई,रामसेवक भाई,केजू भाई,हेमंत भाई,दलसिंग भाई,अपने खेत में यौगिक खेती करते है | बच्चो ने किसान के सम्मान में बहुत ही सुंदर डांस प्रस्तुत किया |
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित  आदरणीया श्रीमती कांति सोनवानी जी अध्यक्ष जिला पंचायत धमतरी ने सर्वप्रथम जैविक योगिक खेती करने वाले किसानो को बधाई दी और प्रेरित किया |जैविक खेती के लिए पहले जमीन को बहुत उर्वरक बनाना पड़ता है क्यूंकि रासायनिक खेती के कारण जमीन बहुत कठोर हो गई है |इसमे भले मेहनत है लेकिन धरती माँ की रक्षा के लिए बहुत आवश्यक है |
विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन थे श्रीमती शारदा साहू जी अध्यक्ष जनपद पंचायत कुरूद ने कहा छतीसगढ़ को धान का कटोरा कहते है | श्री लीलाराम साहू जी प्रांतीय संयोजक छत्तीसगढ़ किसान यूनियन रायपुर ने कहा माँ की गोद में हम 9 मास रहते है लेकिन धरती माँ की गोद में पूरी जिंदगीभर रहते है |आज हम रासायनिक खाद डालकर,बोर करके माँ की गोद को ख़राब कर रहे है |,श्रीमती तारिणी चंद्राकर जी जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति कृषि विभाग ने कहा गोबर खाद से जमीं की उर्वरकता बढती है |
श्री नीलम चंद्राकर जी पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने कहा हर प्रोडक्ट का मूल्य तय होता है लेकिन किसान अपना मूल्य तय नहीं कर पाता ये बहुत दुःख की बात है |आज हम जमीं से बार बार उत्पादन लेना चाहते है हम जमींन को मशीन बना रहे है |नई जनरेशन को नई technology के साथ खेती करने के लिए प्रेरित करना चाहिए |खेती प्लैनिंग के साथ करे बच्चो में इंटरेस्ट पैदा कराये |
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता नवनीता बहन जी ने बताया की वर्तमान कृषि पद्धति को बदलने की आवश्यकता है, हमें फिर से परंपरागत कृषि पद्धति को अपनाने की और विष मुक्त खेती कर  सात्विक अन्न उगाने की आवश्यकता है। तभी हमारे अन्नदाता किसान भाई-बहन सुखी और संपन्न हो सकते हैं ।जब कृषि में लागत कम होगी किसान अपने पास उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग खेती में करेंगे तो मिट्टी की उर्वरक क्षमता भी बढ़ेगी और किसानों की आय भी बढ़ेगी तभी किसान खुशहाल बनेगा ।और यही सचमुच किसानों का सच्चा सम्मान होगा ।
धमतरी सेवा केंद्र की मुख्य संचालिका राजयोगिनी सरिता बहन जी ने अपने दिव्य उद्बोधन में यही संदेश दिया कि  किसान सचमुच भारत देश की शान है, रीड की हड्डी है। भारत कृषि और ऋषि परंपरा का देश है, यहां की 70% आबादी कृषि पर निर्भर है तो हम सबको मिलकर सच्चे दिल से अन्नदाता ओं का सम्मान तो करना ही चाहिए जो कड़ी मेहनत कर हमारी थाली में भोजन परोसता है। हमें फिर से उक्ति को चरितार्थ करना होगा जब कहते थे “उत्तम कृषि -मध्यम व्यापार -कनिष्ठ नौकरी” तभी भारत सोने की चिड़िया कहलाता था |हमने विषय भी यही रखा “मुस्कुराए किसान तो मुस्कुराएगा भारत” हमारे देश  के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी यही कहा था कि भारत गांवों का देश है और उस गांव की आत्मा किसान है और जब तक किसान सुखी और संपन्न नहीं होगा तब तक देश का विकास संभव नहीं है | वर्तमान कृषि पद्धति में हम ने अन्न का उत्पादन तो बढ़ा लिया लेकिन स्वास्थ्य पर बुरा असर हो रहा है । आज देखिए अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं और कोर्ट केस कचहरी से पटे पड़े हैं अर्थात जैसा खाएंगे अन्न  तब वैसा होगा मन ।हमें आवश्यकता है शुद्ध और सात्विक अन्य की जो पौष्टिकता से भरा हो, खाने वाला भी स्वस्थ और सुखी हो ।कृषि में लागत भी कम हो धरती मां बंजर होने से बच्चे और पर्यावरण भी शुद्ध हो तभी हम कृषि को पुनः उत्तम पायदान पर ला सकते हैं । इन सब का विकल्प है शाश्वत योगिक खेती पद्धति जो एक संपूर्ण कृषि विज्ञान है ।हम अपने श्रेष्ठ संकल्प और चिंतन द्वारा खेती करते हैं अन्न की पौष्टिकता भी बढ़ती है, किसान भी संपन्न और सुखी हो जाता है ।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदरणीया श्रीमती कांति सोनवानी जी अध्यक्ष जिला पंचायत धमतरी, विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन थे श्रीमती शारदा साहू जी अध्यक्ष जनपद पंचायत कुरूद, श्री लीलाराम साहू जी प्रांतीय संयोजक छत्तीसगढ़ किसान यूनियन रायपुर ,श्रीमती तारिणी चंद्राकर जी जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति कृषि विभाग, श्री नीलम चंद्राकर जी पूर्व जिला पंचायत सदस्य
उपस्थित थे सभी ने इस कार्यक्रम की सराहना की और विशेष रूप से मुख्य अतिथि महोदय ने कहा कि सचमुच में कृषि में बदलाव करने की आवश्यकता है और यह बहुत अच्छा विकल्प है शाश्वत योगिक खेती जिससे हमारी धरती मां बंजर होने से भी बचेगी शुद्ध और सात्विक अन्न भी मिलेगा और किसानों की आय भी बढ़ेगी ।इस कार्यक्रम का सफल संचालन ब्रह्माकुमार देवराज भाई ने किया ।  ओम शांति ।

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