Brahma Kumaris Address Traffic Police Personnel Under ‘Safe Bharat’ Campaign

Bilaspur Tikrapara( Chhattisgarh): The Brahma Kumaris of Bilaspur Tikrapara, held a program on Stress Free Life for traffic police personnel.  This initiative was taken under the ‘Safe Bharat’ Campaign of Brahma Kumaris.

BK Manju, Incharge of the local Brahma Kumaris center,  while addressing the audience,  said that anger and negative thoughts increase the speed of our thinking and make us irritable.  Positive thoughts lead to the development of love and patience.  Today, everyone’s soul power is decreasing.  We all expect love from others, while being ourselves incapable of giving love. For being loveful always, we need to connect with the source of all love, the Supreme Soul.  Before starting any journey,  we should remember God for a while.  This will calm our minds and increase our work capacity.  We should learn to handle our vehicle with love and care and also give due respect to other drivers.  This will decrease accidents.  Comparing the parts of human body to a car, she said that that our eyesight should be as sharp as accelerator,  discrimination be discrete as the brakes. We must eat healthy to keep the bodily engine running well. Inspirational songs and nearness to God and parents helps us absorb various shocks in life.

BK Manju proposed to Rohit Baghel, Additional Police Superintendent,  the services of Brahma Kumaris Organization for the ‘Road Safety Week’. He said that all traffic police personnel must learn to keep a check on their anger with meditation.  It will help dealing with stressful situations in public dealing with patience.  He thanked the Brahma Kumaris team for this session and assured them that it will be of great help.

Sanjay Sahu, SP, said that this is his first association with Brahma Kumaris,  where he got the opportunity to learn about the depth and reality of life with examples. It is true that control on body, thoughts and speech affects our behavior on road and regulates traffic as well.

Bhushan Lal Verma, Head of Vidyut Upabhokta Forum Bilaspur, Sandeep Balhal, Secretary of Labour Union of SICL, BK Gayatri,  BK Preeti, BK Amar and personnel of traffic police, were present on this occasion.  Baby Gauri presented s song on youth power and patriotism.

News in Hindi:

धैर्यता के लिए सकारात्मक विचार जरूरी – ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी
आधे या एक मिनट ईश्वर की याद और धन्यवाद से करें किसी भी यात्रा की शुरूआत व अंत
सुरक्षित भारत के अंतर्गत बिलासा गुड़ी में यातायात पुलिस के लिए तनावमुक्ति विषय पर कार्यक्रम का आयोजन
बिलासपुर टिकरापारा :- दौड़ना हमारा स्वभाव नहीं, चलना हमारा स्वभाव है यदि हम लगातार दौड़ते रहेंगे तो थक जायेंगे उसी प्रकार गुस्से या नकारात्मक विचार की स्थिति में हमारे विचारों की गति बढ़ जाती है और हम मानसिक रूप से थक जाते हैं। जिसका असर चिड़चिड़ाहट या आवेग के रूप में दूसरों पर निकलता है। सकारात्मक विचार से हमारे अंदर प्रेम व धैर्यता का गुण आता है। आज हम सभी की आत्मिक ऊर्जा में कमी आती जा रही है। इसलिए हम एक-दूसरे से प्रेम की अपेक्षा रखते हैं। जबकि सभी के पास प्रेम का अभाव है। कोई भी प्रेम देना नहीं चाहता, हर कार्य गुस्से से करता है। स्वयं को चार्ज करने और प्रेम बांटने के लिए प्यार के सागर परमात्मा से हमें अपना संबंध जोड़ना होगा। इसके लिए ज्यादा समय देने की जरूरत नहीं है। बस हर कार्य या यात्रा की शुरूआत में कुछ पल केवल आधे से एक मिनट के लिए ईश्वर को याद जरूर करें। इससे स्वतः मन शान्त हो जाएगा और हमारी कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी। साथ ही कार्य पूरा हो जाने पर ईश्वर का धन्यवाद भी जरूर करें।
उक्त बातें सुरक्षित भारत सड़क-सुरक्षा अभियान के तहत बिलासा गुड़ी के हॉल में यातायात पुलिसकर्मी भाई-बहनों को संबोधित करते हुए टिकरापारा सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने कही। दीदी ने अपने अनुभव से बतलाया कि गाड़ी को बहुत प्यार से हैण्डल करें और गाड़ी के साथ गाड़ी चालक का भी सम्मान करें तो दुर्घटना से बचे भी रहेंगे और गाड़ी भी ठीक रहेगी। आपने गाड़ी के विभिन्न पार्ट्स को जीवन से जोड़ते हुए बताया कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए हमारी दृष्टि स्पष्ट होना एक्सीलरेटर की तरह है। कहां हां और कहां ना करना है और हमारी जिम्मेदारियों से दूर करने वाली बातों को नहीं सुनना इसके लिए बुद्धि रूपी ब्रेक की जरूरत होती है। परिस्थितियों के अनुसार गति बदलने के लिए क्लच, इंजिन हमारा शरीर व मन। जैसे इंजिन को पेट्रोल की जरूरत होती है उसी प्रकार शरीर के लिए हेल्दी डाइट लें और एक्सरसाइज करें और मन की ऊर्जा के लिए अच्छे विचार सुनें या पढ़ें। सस्पेंशन सिस्टम जो शॉक एब्जार्ब कर हमें आराम देते हैं। अच्छे प्रेरणात्मक गीत, ईश्वर व मात-पिता का सानिध्य हमारे जीवन के झटकों से हमें सुरक्षित रखते हैं।
दीदी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भ्राता रोहित बघेल जी से सड़क-सुरक्षा सप्ताह में जन जागरूकता के लिए संस्था द्वारा सेवाएं देने का प्रस्ताव रखा क्योंकि यदि इस अभियान से एक का भी जीवन सुरक्षित होता है तो हमारी सेवाएं सार्थक हो जाएंगी। इस अवसर पर रोहित बघेल जी ने सभी यातायात के पुलिसकर्मियों से कहा कि मेडिटेशन के माध्यम से गुस्से पर नियंत्रण पाने की कोशिश करें क्योंकि गुस्सा करने के बाद दो-तीन घण्टे खुद के लिए पीड़ादायक होती है। मैं मानता हूं कि आपका लोगों के संपर्क में ज्यादा आना हो़ता है और लोग गलती करके भी आपके साथ तर्क-वितर्क करते हैं। ऐसे में कुछ पल के मेडिटेशन के अभ्यास से ही मन शान्त होगा। पिछले एक वर्ष मेडिटेशन के अभ्यास से मेरा भी गुस्से पर बहुत हद तक नियंत्रण हुआ है। उन्होंने इस सत्र के लिए दीदी व पूरी टीम का धन्यवाद किया और कहा कि निश्चित ही इस कार्यक्रम से हमारे साथियों को बहुत लाभ मिलेगा।
 

उप-पुलिस अधीक्षक भ्राता संजय साहू जी ने कहा कि संस्था के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होने का मेरा पहला अवसर रहा। जिसमें मुझे गंभीरता से जीवन की सच्चाई, सार्थकता को उदाहरण सहित जानने को मिला। निश्चित ही आत्म-संयम, शरीर व वाणी पर नियंत्रण, जो कि हमारे टै्रफिक के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है इसके यथासंभव पालन के लिए हम संकल्पित होते हैं जिससे यातायात पर इसका प्रभाव दिखे और हम यातायात को सुगम बना सकें जो इस कार्यक्रम का मूल थीम है। इस अवसर पर विद्युत उपभोक्ता फोरम, बिलासपुर के अध्यक्ष भ्राता भूषण लाल वर्मा जी, एसईसीएल के मजदूर संघ के सचिव भ्राता संदीप बल्हाल जी, ब्र.कु. गायत्री बहन, प्रीति बहन, अमर भाई एवं यातायात एवं पुलिस के स्टाफ उपस्थित रहे। कु. गौरी ने देशभक्ति व युवा शक्ति पर आधारित गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में दीदीयों ने सभी को प्रसाद दिया।

Subscribe Newsletter