Yogic Farming program by Brahma Kumaris Karedi

Karedi ( Madhya Pradesh ): Under the banner of Amrit Mahotsav, 75 years of Indian Independence, a program on organic and yogic farming was organized on the theme of self-reliant farmer,  in village Karedi.

In the above program, BK Poonam  explained the farmers the benefits of yogic farming and urged the farmers to use organic fertilizers instead of chemical ones. BK Poonam  also explained that the farmers must sow seeds in their fields by staying in divine remembrance.

BK Deepak  asked all the farmer brothers to connect organic farming with Yogik. Chemicals made the fields completely barren, destroyed its fertility power, destroyed the taste and quality of the crops grown in the fields and the food produced by the use of this chemical manure is causing different types of diseases.

Village Secretary Tolaram Ji Gurjar,  Former sarpanch and village minister Hukum Singh, Bihari Lal ji Netaji  and many  farmers of the village participated in the program.

News in Hindi:

आजादी के अमृत महोत्सव के बैनर तले हुआ  स्वर्णिम भारत की पहचान आत्मनिर्भर किसान विषय पर आयोजित हुआ गांव करेडी में कार्यक्रम

ब्रह्माकुमारीज कि वर्ष 2022 23 की थीम  दया एवं करुणा के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण एवं आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत करेडी गांव में स्वर्णिम भारत की पहचान आत्मनिर्भर किसान विषय पर  योगिक एवं जैविक खेती के लिए कार्यक्रम का आयोजन  प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शाजापुर द्वारा रखा गया.

उक्त कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी ने किसान भाई बहनों को योगीक खेती के फायदे बतलाए और किसान भाइयों से आग्रह किया कि अपने खेत में रासायनिक खाद का उपयोग ना करें उसके स्थान पर जैविक खाद का उपयोग करें

आगे ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी ने ब्रह्माकुमारीज द्वारा चलाए जा रहे यौगिक खेती  से संबंधित अभियान के बारे में बताया कि यदि हमें भारत को स्वर्णिम बनाना है तो पहले हमारे किसान भाइयों को आत्मनिर्भर बनाना आवश्यक है और किसान भाई आत्मनिर्भर बने तब जब पहले वह अपने स्वयं की आत्मा को पहचाने कि वास्तव में मैं एक चेतन शक्ति आत्मा हूं और यह शरीर हड्डी मांस का एक पुतला है जो पृथ्वी के पांच तत्वों से जल वायु पृथ्वी अग्नि आकाश से  मिलकर बना है  अर्थात यह प्रकृति के शुद्ध पांच तत्व से बना हुआ शरीर है और इसे दिए जाने वाला भोजन भी प्रकृति के शुद्ध तत्वों से ही बना हो तो यह शरीर भी निरोग एवं स्वस्थ रहेगा इसके लिए हमें हमारे खेतों में रासायनिक खाद का उपयोग पूरी तरह बंद करना होगा

आगे ब्रम्हाकुमारी पूनम बहन जी ने बताया कि कीस प्रकार से ईश्वरीय याद में रहकर  हमें अपने खेतों में बीज बोना चाहिए हमें प्रकृति एवं धरती माता का शुक्रिया अदा करना चाहिए जो हमें विभिन्न प्रकार के खाद्य अन्न  प्रदान करती है.

वही ब्रह्माकुमार दीपक भाई ने सभी किसान भाइयों को योगीक के साथ जैविक खेती को भी जोड़ने के लिए कहा उन्होंने बताया कि हम थोड़ी सी अधिक फसल प्राप्त करने के लालच में जिस प्रकार से रासायनिक खाद का उपयोग करते आ रहे हैं उसी रासायनिक खाद ने हमारी जमीनों को खेतों को पूरी तरह बंजर कर दिया है उसकी उर्वरा शक्ति को नष्ट कर दिया है और खेतो में होने वाली फसल का स्वाद एवं उसके गुण तत्व को भी नष्ट कर दिया है एवं इस रासायनिक खाद के प्रयोग से उत्पन्न होने वाला खाद्यान्न मनुष्य के शरीर में भिन्न-भिन्न प्रकार के रोग उत्पन्न कर रहा है अतः आज हम ब्रह्माकुमार भाई बहन इस वर्ष  जब हम भारतवासी सभी भाई बहन आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और इसी के अंतर्गत  ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा  स्वर्णिम भारत की पहचान आत्मनिर्भर किसान विषय पर  आधारित यह अभियान संपूर्ण भारत भर में चलाया जा रहा है और ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा यह वर्ष दया एवं करुणा को जागृत करने के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण के लक्ष्य से मनाया जा रहा है

आगे ब्रह्माकुमार दीपक भाई ने कहा  मानव के अंदर आध्यात्मिक ज्ञान का होना अति आवश्यक है  क्योंकि जब मनुष्य में आध्यात्मिक शक्ति आ जाएगी तब वह संपूर्ण विश्व में मानव मात्र पर दया करने लगेगा क्योंकि जिस प्रकार से गत वर्षो में कोरोनावायरस के कारण लाखों लोगों की अकाल मृत्यु हो गई और कई प्रकार की बीमारियां मानव शरीर में आ गई तो अब हमें आध्यात्मिक सशक्तिकरण कर

ईश्वर याद में उस परमात्मा से शक्ति लेकर सारे विश्व के दुख दर्द मिटाकर सुख शांति की कामना करनी है और आज

आप सभी किसान भाइयों से यह आग्रह कर रहे हैं कि अब हम रासायनिक खाद के स्थान पर

जैविक खाद, गोमूत्र, गोबर एवं जीवामृत का उपयोग करके हमारे खेतों को उपजाऊ बनाए जिससे हमारे खेतों की मिट्टी में उर्वरक शक्ति अधिक मात्रा में बढ़ जाएगी…..

उक्त कार्यक्रम में मौजूद है  ग्राम सचिव भ्राता तोलाराम जी गुर्जर,   पूर्व सरपंच एवं गाँव मंत्री भ्राता हुकुम सिंह जी,  ग्राम सेवक भ्राता बिहारी लाल जी नेताजी.  एवं गांव के किसान भाई एवं बहने.

 

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