Varanasi (Uttar Pradesh): A Training Session for a day was arranged by the Brahma Kumaris of Varanasi, at their Centre Global Light House in Sarnath, to enlighten and motivate the Military Soldiers of 39 GTC, on the subject, “Rajayoga Meditation is the basis of Healthy Mind and Balanced Lifestyle“.
मिलेट्री के जवानों को दिया ईश्वरीय सन्देश मानसिक सु-स्वास्थ्य एवं सन्तुलित जीवनशैली के लिए राजयोग अपरिहार्य – ब्र.कु. तापोशी
देश के साथ बुराईयों से मानव मन की करनी होगी रक्षा
वाराणसी । प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, क्षेत्रीय कार्यालय-ग्लोबल लाईट हाउस, सारनाथ, वाराणसी के तत्वावधान में देश की रक्षा हेतु अपने जीवन का बलिदान देने से पीछे न हटने वाले मिलेट्री के जवानों हेतु एक दिवसीय राजयोग प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राजयोग, सुस्वास्थ्य एवं सन्तुलित जीवनशैली का आधार विषयक कार्यक्रम में 39 जी.टी.सी. के मिलेट्री जवानों को राजयोग प्रशिक्षिका ब्र.कु. तापोशी बहन एवं संस्था के सदस्य लेफटिनेण्ट कर्नल विकास चौहान ने सम्बोधित किया।
उक्त अवसर पर उपस्थित मिलेट्री के जवानों को सम्बोधित करते हुए राजयोग प्रशिक्षिका ब्र.कु. तापोशी बहन ने शारीरिक स्वास्थ्य के लिए शारीरिक व्यायाम की तरह मानसिक सुस्वास्थ्य एवं सन्तुलित जीवनशैली के लिए राजयोग को अपरिहार्य बताया। उन्होंने कहा कि राजयोग साधना के अभ्यास से हम जीवन में आने वाली अनेक प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच भी मानसिक सन्तुलन बनाए रखकर अपने कार्य को बेहतर ढंग से पूर्ण कर सकते हैं। आपसी सम्बन्धों में आने वाली कड़वाहट एवं टकराव को भी राजयोग के बल पर दूर कर सम्बन्धों में मधुरता लाने का आधार राजयोग ही हैं। क्योंकि राजयोग साधना हमें प्रेम, शान्ति एवं आनन्द को स्रोत, परमशक्ति, परमात्मा से मानसिक सम्पर्क स्थापित कर जीवन में इन गुणों एवं शक्तियों का संचार कराता है। अतः हमें शारीरिक व्यायाम के साथ राजयोग साधना को भी जीवन का अभिन्न अंग बनाना होगा।
संस्था के सक्रिय सदस्य लेफिटनेण्ट कर्नल विकास चौहान ने कहा कि हमें देश की रक्षा के साथ समाज में बढ़ती मानसिक विकृतियों एवं बुराईयों से खुद की रक्षा करने की कला सिखकर दूसरों को भी सिखाना होगा। क्योंकि मानसिक बुराईयां एवं विकृति ही समाज के पतन एवं आपसी टकराव का मूल कारण बनता जा रहा है। कार्यक्रम में 39 जी.टी.सी. के ब्रिगेडियर हुकुम सिंह बैंसला ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमें बहुत ही खुशी है कि हमारे जवानों के बीच ब्रह्माकुमारी संस्था के बहन-भाईयों ने आकर जीवन जीने की कला के साथ राजयोग की विधि से परिचित कराया। हमें पूर्ण विश्वास है कि हमारे जवान बहनों की इन बातों का अनुसरण कर अपने जीवन को मानसिक रूप से भी सशक्त बनायेगें । कार्यकम में 39 जी. टी.
सी. के कमाण्डेण्ट (कर्नल) ने भी अपने विचार व्यक्त किए।