Neemuch ( Madhya Pradesh ):
“Due to the present background of Families, Geographical, Natural and Political situations, tension and stress on the human mind is at its peak. A few countries, due to these reasons, have even reached a state of total destruction.
But Bharat, the land full with a Spiritual base, where the Supreme Soul, God, descends, the greatest pilgrimage place in the world, is always Holy and Worship worthy. In the future Bharat will become the Crown, leading the entire world with the Power of Purity and Spiritual revival.
“For that, every Indian must feel it as his responsibility to realize Self; imbibe these spiritual secrets and be liberated from body-conscious traits; remain connected as Soul with the Supreme Soul through consistent practice of Rajayoga and spread the subtle vibrations of happiness, peace, love and bliss received from Him all over the universe.
In this process there are dual benefits. First, is that the individual will become free from the stress and strains in his personal life, and will always experience and remain in a blissful state of mind. Secondly, due to his powerful spiritual vibrations, he will find every other person as helpful and co-operative in his life. This is the only Principle in which Universal Benevolence is hidden.”
These were the valuable orations of BK Surya from Mount Abu, a world famous Rajayog exponent who always provides easy solutions to any serious problems. He is a great sagely person, having acquired subtle powers in his suggestions that lead to success. He was addressing a huge gathering of spiritual aspirants at the campus of Gyan Sagar, in Neemuch, Madhya Pradesh.
सर्वशक्तिवान परमात्मा को बुद्धि से समर्पण जीवन को आनन्दमय कर देता हैै– सूर्य भाई
राजयोगी बी.के.सूर्य भाई का नीमच जिले में एक दिवसीय प्रवास
नीमच : “वर्तमान पारिवारिक, भौगोलिक, प्राकृतिक तथा राजनैतिक परिस्थितियों के कारण तनाव की वृद्धि अपने चरम पर है । कुछ देश तो इन कारणों से सर्वनाश के कगार पर पहुंच चुके हैं, किन्तु आध्यात्मिक पृष्ठभूमि से ओतप्रोत भारत देश सर्वशक्तिवान परमात्मा की अवतरणभूमि और संसार का सर्वोच्च तीर्थ होकर सदैव पूज्य एवं वंदनीय है तथा शीघ्र ही निकट भविष्य में अपनी आध्यात्मिक क्रान्ति और पवित्रता की सर्वोच्च शक्ति के कारण अपना भारत सारे विश्व का सिरमौर बनकर सबका नेतृत्व एवं मार्गदर्शन करेगा, किन्तु हर भारतवासी का यह भी कर्तव्य है कि वहइस आध्यात्मिक रहस्य को पहचानकर और देह अभिमान से मुक्त होकर सर्वोच्च आध्यात्मिक स्थिति ‘आत्म स्वरूप’ का सतत् अनुभव करते हुए उस निराकार निरंजन एवं प्रकाश स्वरूप परमात्मा को पहचानकर राजयोग ध्यान पद्धति के माध्यम से अपनी बुद्धि का तार उससे जोड़कर उससर्वशक्तिवान से मिलने वाली सुख, शांति, प्रेम व आनन्द की किरणें अपने भीतर आत्मसात करके यह प्रकाश सारे विश्व में फैलाऐ, इस प्रक्रिया से दोहरा लाभ होगा पहला तो यह कि व्यक्ति स्वयं निजी और पारिवारिक तौर पर तनाव से मुक्त होकर परम आनन्द की अनुभूति करेगा और दूसरा अपनेशक्तिशाली आध्यात्मिक प्रकम्पनों से महत्वपूर्ण लाभ यह मिलेगा कि संसार का प्रत्येक प्राणी मात्र एैसे व्यक्ति को अपना सहयोगी प्रतीत होगा और इसी सिद्धांत में विश्व कल्याण समाया हुआ है ।” उपरोक्त विचार मानस मर्मज्ञ महर्षि, संकल्प सिद्ध राजयोगी एवं अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हर समस्या कासमाधान प्रदान करने वाले राजयोगी बी.के.सूर्य भाई जी ने ज्ञान सागर परिसर में एक विशाल आध्यात्मिक सभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये । बी.के.सूर्य भाई जी के साथ प्रखर आध्यात्मिक वक्ता, शिव शक्ति राजयोगिनी बी.के.गीता दीदी जी का एक दिवसीय अल्प प्रवास पर नीमच जिले मेंआगमन हुआ तथा अल्पप्रवास के दौरान ही आपने चार संक्षिप्त आध्यात्मिक कार्यक्रमों में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज करवाई । सर्वप्रथम सांध्यकालीन गहन राजयोग ध्यान तपस्या कार्यक्रम का संचालन किया तथा रात्रि 9 बजे के लगभग ब्रह्माकुमारी संस्थान के जावद स्थित राजयोग साधना केन्द्रका भ्रमण एवं अवलोकन किया तथा आज नीमच के विशाल सद्भावना सभागार में एक आध्यात्मिक सभा को संबोधित करते हुए सुख शांति सम्पन्न सहज जीवन व्यतीत करने के अनेकानेक टिप्स दिये साथ ही नीमच, बघाना, नीमच सिटी, मनासा, रामपुरा, जीरन, जावद, सिंगोली, मल्हारगढ़ तथापिपलिया मण्डी स्थित ब्रह्माकुमारी राजयोग साधना केन्द्र की संचालिका एवं राजयोग तपस्विनी 25 से अधिक ब्रह्माकुमारी बहनों के संगठन की विशेष राजयोग तपस्या के कार्यक्रम का भी संचालन बी.के.सूर्य भाई जी ने किया । इन सभी कार्यक्रमों में संपूर्ण विश्व में शांति की कामना से विशेष राजयोगतपस्या का प्रावधान रखा गया । इन कार्यक्रमों के दौरान उपस्थित आध्यात्मिक जिज्ञासुओं द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों एवं समस्याओं का सहज समाधान भी बताया गया । सभी कार्यक्रमोंं के सफलता पूर्वक सम्पन्न होने पर ब्रह्माकुमारी संस्थान के नीमच क्षेत्रिय निदेशक बी.के.सुरेन्द्र भाई ने अतिथियों वसर्वसहयोगियों का आभार प्रकट किया ।