“Let’s be Strong and Shine” : Children’s Program from January 2-9

Palam Vihar ( Delhi ): The Education Wing of the Rajayoga Education and Research Foundation, Delhi Zone, is organizing a Children’s program “Let’s be strong and shine” from 2nd to 9th January, 2022, evening 3 pm – 6 pm IST ( age 9 – 17 yrs).
The Inaugural ceremony was held in which more than 250 children participated with great enthusiasm.
BK Sudesh from Palam Vihar, Delhi Zone Coordinator, Education Wing, welcomed all and explained the objective of the course to re-establish values, to bring progress in the life and connect children with God’s home.
BK Asha, Director of Om Shanti Retreat Center (ORC) shared inspirations for making the future brighter. Always have a positive outlook, to have the aim in life, to make some time to be peaceful with the self.
BK Mruthyunjaya, Chairperson of the Education Wing, joined online from Mount Abu and explained the importance of values in life.
A Skit, dance and other cultural performances were held. BK Divya from Om Shanti Retreat Center (ORC) coordinated the event.
News in Hindi:
एजुकेशन विंग दिल्ली जोन द्वारा बच्चों  की उन्नति के लिए एक कोर्स डिज़ाइन करा है — Let’s be strong and shine, जो की 9 से 17 वर्ष तक की उम्र के बच्चों के लिए बनाया गया हैं। यह प्रोग्राम 2 जनवरी, 2022 से 9 जनवरी, 2022  सायं 3 से 4 बजे रहेगा।
इस कार्यक्रम की मंगलमय शुरुआत के लिए इसका ऑनलाइन इनोग्रेशन सेशन 26 दिसंबर, 2021 को रखा गया था। इनोग्रेशन सेशन में 250 से अधिक बच्चो ने बड़े ही उत्साह से भाग लिया।
आरंभ में पालम विहार से सुदेश दीदी, दिल्ली जोन कोऑर्डिनेटर, शिक्षा विभाग, ने सभी टीचर्स एवं स्टूडेंट्स का स्वागत किया और सभी के समक्ष कोर्स का उद्देश्य रखते हुए कहा कि ये कोर्स बच्चो में मूल्यों को पुनः स्थापित करेगा, उनके निजी जीवन में उन्नति लाने का साधन बनेगा एवं बच्चों को भगवान के घर से जोड़ने का साधन बनेगा।
ओ.आर.सी की अध्यक्ष आशा दीदी ने भी सभी बच्चों को प्रेरणा देते हुए चार सुनहरी बातें उनके समक्ष प्रस्तुत करी जिससे वह अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते है:—
1. हमें  हमेशा एक सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए ।
2. हमें अपने जीवन में एक लक्ष्य जरूर निर्धारित करना चाहिए, जिससे हमारी मानसिक और शारीरिक ऊर्जा का प्रवाह उस तरफ बहेगा।
3. हमें अपनी दिनचर्या में एक समय निर्धारित कर स्वयं, स्वयं के साथ, शांति में व्यतीत करना चाहिए, जिसमें हम अपनी दिन भर में हुई घटनाओं को देखे और उनसे सीख ले सकें।
इसके पश्चात पालम विहार सेवाकेंद्र के बच्चों द्वारा एक प्रेरणादायक स्किट प्रस्तुत किया गया जिसमें आज के समय के अनुसार बच्चों में प्रचलित समस्याओं का व्याख्यान किया गया एवं राजयोग द्वारा उनका उपाय और स्वयं को सशक्त करने का तरीका बताया गया। साथ ही एक छोटी बच्ची काम्या ने, अपना उत्साह ज़ाहिर करते हुए, एक बहुत सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया।
शिक्षा विभाग के अध्यक्ष मृत्युंजय भाईसाहब भी मधुबन से सभी बच्चों के समक्ष जुड़े। बच्चों को मूल्यों का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि यदि एक भी बच्चा इन नैतिक मूल्यों को स्वयं में धारण करने की ठान ले, तो वह समाज के लिए एक बहुत बड़ी संपत्ति बन जाएगा और अनेकों को प्रेरणा देने के निमित बनेगा। इन्हीं मूल्यों की धारणाओं से हम एक सुखी जीवन, सुखी समाज की कल्पना कर सकते है, जिससे सारा विश्व संपूर्ण, स्वर्णिम भारत से जानेगा। उन्होंने बच्चों को विशेष प्रोत्साहन दिया की वह अपने जीवन को एक चलते फिरते गुलदस्ते की तरह बनाए, जिसमें से सभी नज़दीक आने वालों को खुशी की, उमंग उत्साह की, आनंद की, शांति की , प्रेम की, दृढ़ता की एवं नवीनता की महक आए।
 विजय दीदी, दिल्ली जोन कोऑर्डिनेटर, शिक्षा विभाग ने अंत में सभी बच्चों को प्रेरणादायक मनोरंजक कहानी सुनाकर, सभी का धन्यवाद किया। कार्यक्रम की सफलता की कामना करते हुए दीदी ने सभी को इनोग्रेशन की मुबारकबाद दी। साथ ही सभी वरिष्ठ टीचर्स को भी धन्यवाद दिया।
प्रोग्राम का सुंदर संचालन ओ.आर.सी. से दिव्या दीदी द्वारा किया गया।

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