Nagpur ( Maharashtra ): On 13th Ascension Day of Dadi Prakash Mani, hearty tribute was paid to her by all surrendered members of Brahma Kumaris of Nagpur Sub Zone at Vishwa Shanti Sarovar Training Centre.
प्रेस विद्यप्ति दादी प्रकाशमणी जी के 13 वे पुण्यस्मृति दिन पर
विश्व शांति सरोवर में श्रध्दांजली कार्यक्रम
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की दिवंगत माजी मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणी जी का 13 वा स्मृति दिवस 25 अगस्त को मनाया गया। नागपुर सबजोन के विश्व शांति सरोवर ट्रेनिंग सेंटर में नागपुर के सभी समर्पित भाई बहने कार्यक्रम में उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम के अवसर पर ब्रह्माकुमारीज्, नागपुर की संचालिका आदरणीया रजनी दीदी जी ने अपने श्रध्दांजली वक्तव्य में कहां कि प्रकाशमणी दादी जी विशाल दिल की धनी थी। उनके कार्यकाल में ब्रह्माकुमारीज् संस्था को संयुक्त राष्ट्रसंघ का सलाहाकार सदस्यत्व प्राप्त हुआ। प्रतापिता ब्रह्मा बाबा के अव्यक्त होने के पश्चात 18 जनवरी 1969 को इस विशाल विद्यालय कि जिम्मेवारी सौपी गई। 1969 से 2007 तक दादी जी ने इस विश्व विद्यालय कि बागडोर संभाली । दादी जी की दूरदर्शिता एवं कर्तव्य निष्ठा ने दादी जी के उपस्थिती में 140 देशों में 4500 सेवाकेंद्र खुले। दादीजी दया, करुना, उदारता की धनी थी। त्याग तपस्या की प्रतिमुर्ती थी।
ब्रह्माकुमारीज्, नागपुर की उपसंचालिका आदरणीया मनिषा दीदी जी ने कहां दादीजी मै और मेरे पन से कोसो दुर थी। दादी जी समझती थी कि, खुद को हेड समझने से हेडेक होता है इसलिये सबकुछ परमपिता परमात्मा को समर्पित कर खुद को निमित्त समझकर चलो। दादीजी में निस्वार्थ सेवाभाव था। मराठी साहित्य विभाग महाराष्ट्र के व्यवस्थापक ब्रह्माकुमार प्रेमप्रकाश भाई जी ने कहां कि महाराष्ट्र के जनता की सेवा के लिये दादीजी ने मराठी साहित्य विभाग शुरु करके मुझे उस सेवाके लिये निमित्त बनने का सुअवसर दिया। ऐसी दादी जी को सभी बी.के. परिवार कोटी कोटी श्रध्दा सुमन अर्पित करता है।